जय गुजरात’ नारे से घिरे शिंदे, मुंबई को लेकर सांसद के बयान से बढ़ा बवाल

समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 8 जुलाई: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे एक बार फिर अपनी जुबान से उठे सियासी तूफान में फंस गए हैं। इस बार मामला गुजरात से जुड़ा है। पुणे के एक कार्यक्रम में ‘जय गुजरात’ बोलकर उन्होंने विरोधियों को हमला करने का नया मौका दे दिया।

‘जय गुजरात’ से शुरू हुआ विवाद

पिछले हफ्ते पुणे में एक सभा में शिंदे ने अपने भाषण का समापन ‘जय हिंद, जय महाराष्ट्र, जय गुजरात’ से किया। मंच पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। इस नारे के बाद से ही विपक्ष ने शिंदे पर निशाना साधना शुरू कर दिया। उन पर सत्ता के लालच में महाराष्ट्र के स्वाभिमान से खिलवाड़ करने का आरोप लगा।

मुंबई पर प्रताप जाधव का बयान

गुजरात को लेकर बयानबाज़ी यहीं नहीं रुकी। शिंदे गुट की शिवसेना के सांसद और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रताप जाधव ने इस विवाद को और हवा दे दी। उन्होंने कहा कि मुंबई कभी गुजरात की राजधानी थी। जाधव ने अपने बयान में कहा कि गुजरात कोई पाकिस्तान नहीं है, वो हमारा पड़ोसी राज्य है। उनके मुताबिक, संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के दौर में मुंबई गुजरात की राजधानी भी कही जाती थी।

प्रियंका चतुर्वेदी और आदित्य ठाकरे ने कसा तंज

शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने जाधव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने अपनी ही पार्टी से गद्दारी की, वही अब ‘जय गुजरात पार्टी’ चला रहा है। उन्होंने तंज कसा कि सत्ता के लिए इतिहास तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है। वहीं आदित्य ठाकरे ने इसे महाराष्ट्र के स्वाभिमान के खिलाफ बताया। आदित्य के मुताबिक, जाधव का बयान महाराष्ट्र के लोगों के लिए अपमानजनक है।

फडणवीस ने दी शिंदे को क्लीन चिट

मामला बढ़ता देख मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सामने आए और शिंदे का बचाव किया। फडणवीस ने कहा कि सिर्फ ‘जय गुजरात’ बोलने से कोई गुजरात का भक्त नहीं हो जाता। शिंदे ने महाराष्ट्र का ही हित देखा है और देखेंगे।

 

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