समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 11 जुलाई: भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन बड़ा करेक्शन देखने को मिला। सुबह के सेशन से ही बाजार में बिकवाली का दबाव इतना तेज था कि सेंसेक्स 700 अंक से ज्यादा गिर गया और निफ्टी 50 भी अहम स्तर 25,150 के नीचे लुढ़क गया।
कारोबार की शुरुआत में ही सेंसेक्स 82,820 पर खुला जो कल की क्लोजिंग से नीचे था। थोड़ी ही देर में इंडेक्स करीब 1 फीसदी गिरकर 82,487.42 के इंट्राडे लो पर पहुंच गया। निफ्टी 50 ने भी सुबह कमजोरी दिखाई और 25,255 पर खुलने के बाद 25,149 के निचले स्तर तक लुढ़क गया।
कमजोर नतीजों ने झटका दिया
इस गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण IT सेक्टर की दिग्गज कंपनी TCS के कमजोर Q1 नतीजे बताए जा रहे हैं। कंपनी का जून तिमाही में रेवेन्यू उम्मीद से काफी कम रहा। लगातार तीसरे क्वार्टर में गिरते नंबरों ने बाजार की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया है। ब्रॉडर मार्केट में भी यही असर दिखा, मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 1 फीसदी तक गिर गए
ट्रम्प का टैरिफ झटका
इस बिकवाली को ट्रम्प की टैरिफ पॉलिसी ने और हवा दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कनाडा से इंपोर्ट होने वाले सामान पर 35% टैरिफ लगाने का एलान किया है, जो अगस्त से लागू होगा। इसके बाद ट्रेड वॉर बढ़ने की आशंका ने ग्लोबल मार्केट का सेंटीमेंट बिगाड़ दिया। बाजार को डर है कि यह कदम महंगाई को और बढ़ा सकता है और ग्लोबल इकॉनमी पर दबाव डाल सकता है।
महंगे शेयर और सुरक्षित सोना
बाजार की ऊंची वैल्यूएशन ने भी निवेशकों को बेचैन कर दिया है। एनालिस्ट मानते हैं कि जब तक अर्निंग मजबूत नहीं दिखेगी, तब तक महंगे शेयरों से निवेशक दूरी बना सकते हैं। इसी घबराहट में कई इनवेस्टर्स इक्विटी बेचकर सेफ हेवन एसेट्स जैसे सोने और चांदी की तरफ भाग रहे हैं। शुक्रवार के सेशन में एमसीएक्स गोल्ड ₹97,548 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि सिल्वर ₹1,11,552 प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर पर दिखा।
तकनीकी फैक्टर ने भी बढ़ाई कमजोरी
तकनीकी संकेत भी बाजार को नीचे खींच रहे हैं। एनालिस्ट का कहना है कि निफ्टी के लिए 25,300 एक मजबूत सपोर्ट है। इसके नीचे जाता है तो और कमजोरी देखी जा सकती है। फिलहाल 25,550 का स्तर भी रेजिस्टेंस बना हुआ है, जहां हर उछाल पर बिकवाली का दबाव दिख रहा है।
Comments are closed.