अखिलेश यादव का योगी सरकार पर तीखा हमला, बोले- लोकतंत्र में पक्षपात सबसे बड़ा अपराध

समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 20 जुलाई: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा है कि भाजपा की राजनीति भेदभाव, नफरत और संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है। वाराणसी दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी द्वारा मुहर्रम जुलूस और कांवड़ यात्रा को लेकर दिए गए बयान के जवाब में अखिलेश ने कहा कि बीजेपी सरकार पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं (PDA वर्ग) के साथ हर स्तर पर अन्याय कर रही है।

“जनता ने नफरत की राजनीति को नकारा”

अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 का उदाहरण देते हुए दावा किया कि जनता ने बीजेपी के साम्प्रदायिक एजेंडे को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में बीजेपी के कुछ नेताओं का “भूत बूथ पर उतर जाएगा” — यह तंज इस ओर इशारा था कि भाजपा का जनाधार लगातार खिसक रहा है और आम जनता अब उसकी रणनीतियों को समझ चुकी है।

महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की अनदेखी

योगी सरकार के नौ वर्षों के कामकाज पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने विकास के नाम पर सिर्फ दिखावा किया और किसानों से किए गए वादे निभाए नहीं गए। खाद, पानी और कीटनाशक तक की किल्लत से किसान परेशान हैं, जबकि सरकार निजीकरण के जरिए सरकारी नौकरियों और आरक्षण को खत्म कर रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन नौजवान आज भी बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं।

कानून व्यवस्था पर उठे गंभीर सवाल

प्रदेश की कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने दावा किया कि महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों को कानून का डर नहीं रहा, क्योंकि प्रशासनिक तंत्र खुद सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान भटकाने में लगा हुआ है।

सपा प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोग अब अपनी मर्यादा छोड़कर संविधान विरोधी कार्यों में लिप्त हैं, जिससे लोकतांत्रिक संस्थानों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

2027 में बदलाव का भरोसा

अखिलेश यादव ने भरोसा जताया कि वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता अब नफरत और भेदभाव के साथ चलने वाली सरकार को और अधिक सहन करने के मूड में नहीं है। समाजवादी पार्टी, उन्होंने कहा, एक समावेशी और न्यायपूर्ण शासन देने के लिए तैयार है।

 

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