समग्र समाचार सेवा
उत्तरकाशी, 10 अगस्त: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में आई आपदा के बाद राज्य सरकार ने त्वरित राहत और पुनर्वास कार्य शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को घोषणा की कि आपदा में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
मकान नष्ट होने पर भी 5 लाख की सहायता
सीएम धामी ने स्पष्ट किया कि जिन परिवारों के मकान आपदा में पूरी तरह नष्ट हो गए हैं, उन्हें पुनर्निर्माण के लिए 5 लाख रुपये की तत्काल सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि प्रभावित परिवार जल्द से जल्द अपने घर दोबारा बना सकें और सामान्य जीवन की ओर लौट सकें।
विशेष पुनर्वास योजना और समिति का गठन
धराली गांव के स्थायी पुनर्वास के लिए मुख्यमंत्री ने एक विशेष योजना की घोषणा की है।
इसके तहत सचिव (राजस्व) की अध्यक्षता में तीन अधिकारियों की विशेष समिति बनाई गई है।
यह समिति एक सप्ताह में प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपेगी और गांव के लिए दीर्घकालिक, सुरक्षित और टिकाऊ पुनर्वास नीति तैयार करेगी।
स्थानीय लोगों की सुरक्षा और आजीविका पर फोकस
सीएम धामी ने कहा कि पुनर्वास नीति में न केवल सुरक्षित आवास की व्यवस्था होगी, बल्कि स्थानीय लोगों की आजीविका और रोजगार के अवसर भी सुनिश्चित किए जाएंगे।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार इस आपदा से प्रभावित प्रत्येक परिवार के साथ खड़ी है और “कोई भी पीड़ित अकेला नहीं छोड़ा जाएगा”।
राहत और बचाव कार्य में तेजी
फिलहाल राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं।
धामी ने बताया कि आपदा प्रबंधन दल, राजस्व विभाग और स्वास्थ्य टीमें लगातार मौके पर काम कर रही हैं।
हालांकि, धराली गांव तक जाने वाला पैदल मार्ग अभी बंद है, लेकिन उसे खोलने के लिए भारी मशीनरी और अतिरिक्त मानव संसाधन लगाए जा रहे हैं।
आपदा प्रभावितों के लिए सरकार का संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा,
“उत्तराखंड आपदा की मार झेलने वालों के दर्द को समझता है। हमारी सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगी।”
स्थायी समाधान की दिशा में कदम
सरकार चाहती है कि भविष्य में धराली जैसे संवेदनशील इलाकों में आपदा के प्रभाव को कम किया जा सके।
इसके लिए भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण, मजबूत बुनियादी ढांचे और आपदा पूर्व चेतावनी तंत्र को भी पुनर्वास योजना में शामिल किया जाएगा।
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