अलास्का में ट्रंप-पुतिन की पहली मुलाकात से पहले यूक्रेन युद्ध में रूसी सैनिकों के भारी नुकसान का खुलासा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13 अगस्त: 5 अगस्त को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ऐतिहासिक मुलाकात अलास्का में होने जा रही है। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में यह दोनों नेताओं की पहली आमने-सामने की बैठक होगी, जिस पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं। लेकिन इस कूटनीतिक घटना से पहले एक नई रिपोर्ट ने यूक्रेन युद्ध में रूस के भारी सैन्य नुकसान का चौंकाने वाला आंकड़ा पेश किया है।

तीन वर्षों में 1.21 लाख रूसी सैनिकों की मौत की पुष्टि

रूसी स्वतंत्र मीडिया आउटलेट मेडियाजोना और बीबीसी रूसी सेवा द्वारा संयुक्त रूप से तैयार रिपोर्ट के अनुसार, 24 फरवरी 2022 से 31 जुलाई 2025 के बीच 1,21,507 रूसी सैनिक युद्ध में मारे गए हैं। जुलाई की शुरुआत के बाद से ही 2,353 नई मौतों की पुष्टि हुई है।

हालांकि रिपोर्ट का कहना है कि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है, क्योंकि यह आंकड़े स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स, अखबारों में छपी मृत्यु सूचनाओं, शोक संदेशों, स्मारक आयोजनों और प्रशासनिक बयानों पर आधारित हैं।

मॉस्को और कीव दोनों ही अपने वास्तविक सैन्य नुकसान को सार्वजनिक रूप से कम करके पेश करते हैं, जबकि यूक्रेनी सेना का दावा है कि रूस के कुल हताहत 10 लाख से अधिक हो चुके हैं।

कौन-कौन मारे गए? रिपोर्ट के अहम खुलासे

रिपोर्ट में मारे गए सैनिकों की संरचना भी बताई गई है —

  • 33,100 स्वयंसेवक
  • 18,000 जेल से भर्ती कैदी
  • 13,300 जबरन भर्ती सैनिक
  • 5,400 से अधिक रूसी सैन्य अधिकारी

यूक्रेन के युद्धबंदी मामलों के मुख्यालय के अनुसार, 12 जून तक 1 लाख से अधिक रूसी परिवार अपने लापता सैनिकों की जानकारी के लिए यूक्रेनी हेल्पलाइन से संपर्क कर चुके हैं।

जुलाई में हताहतों के अलग-अलग दावे

युद्ध में हुए नुकसान पर अमेरिकी और यूक्रेनी दावों में अंतर देखा गया है।

  • The Kyiv Independent की रिपोर्ट के अनुसार, 12 अगस्त को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस का नुकसान यूक्रेन से लगभग तीन गुना अधिक है, हालांकि उन्होंने अपने देश के आंकड़े साझा नहीं किए।
  • उसी दिन, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने दावा किया कि केवल जुलाई में 60,000 रूसी सैनिक मारे गए।
  • इसके विपरीत, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 अगस्त को कहा था कि यह संख्या करीब 20,000 है।

अलास्का वार्ता से जुड़ी उम्मीदें और आशंकाएं

15 अगस्त को होने वाली ट्रंप-पुतिन वार्ता यूक्रेन युद्ध के भविष्य के लिए अहम मानी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुलाकात रूस और अमेरिका के बीच नए समीकरण बना सकती है, लेकिन साथ ही युद्धविराम और शांति वार्ता को लेकर किसी ठोस नतीजे की संभावना कम दिख रही है।

रूस के बढ़ते सैन्य नुकसान के बीच यह बैठक पुतिन के लिए एक कूटनीतिक परीक्षा साबित हो सकती है, जबकि ट्रंप के लिए यह अपने दूसरे कार्यकाल की विदेश नीति का पहला बड़ा वैश्विक मंच होगा।

 

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