बिहार एसआईआर विवाद: राहुल गांधी ने वोट चोरी के आरोप दोहराए, चुनाव आयोग ने दी सफाई

समग्र समाचार सेवा
पटना, 18 अगस्त: बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर जारी विवाद गहराता जा रहा है। चुनाव आयोग ने इस मुद्दे पर सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी सवालों के जवाब दिए, लेकिन लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आयोग की सफाई को खारिज करते हुए इसे “वोट चोरी का नया हथियार” बताया।

राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा

राहुल गांधी इन दिनों “वोटर अधिकार यात्रा” पर हैं। सोमवार को यात्रा के दूसरे दिन उन्होंने औरंगाबाद के कुटुंबा से शुरुआत की और गया में इसका समापन करेंगे। कुटुंबा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार का विधानसभा क्षेत्र है।

यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा, “मैं यहां ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के संवैधानिक अधिकार की रक्षा के लिए खड़ा हूं। लोकतंत्र में सभी की भागीदारी को किसी भी हालत में खत्म नहीं होने दिया जाएगा।”

महागठबंधन के नेता साथ

इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी और महागठबंधन के अन्य नेता शामिल रहे। यात्रा के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने औरंगाबाद के प्रसिद्ध देव सूर्य मंदिर में दर्शन किए।

इसके अलावा, राहुल गांधी ने उन लोगों से मुलाकात की जिनके नाम एसआईआर के दौरान मतदाता सूची से हटा दिए गए। उन्होंने दावा किया कि ये वही लोग हैं जिन्होंने 2024 लोकसभा चुनाव में मतदान किया था लेकिन आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उनकी पहचान मिटा दी गई।

वोट चोरी का आरोप

राहुल गांधी ने एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, “ये लोग वोट चोरी के जिंदा सबूत हैं। इन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में मतदान किया था, लेकिन अब इनका नाम मतदाता सूची से गायब कर दिया गया है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया गरीबों, बहुजनों और यहां तक कि सैनिकों तक को प्रभावित कर रही है।

सामाजिक भेदभाव का मुद्दा

कांग्रेस नेता ने कहा, “भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से गरीब और बहुजन समुदाय के मतदाताओं को सजा दी जा रही है। हमारे जवानों तक को नहीं छोड़ा गया। न वोट रहेगा, न पहचान और न अधिकार।”

उन्होंने यह भी कहा कि सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर लोग इस “सिस्टम के षड्यंत्र” के खिलाफ लड़ने में असमर्थ हैं। इसलिए कांग्रेस और महागठबंधन इस लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं।

चुनाव आयोग की सफाई

दूसरी ओर, चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) एक नियमित प्रक्रिया है, जिसके तहत मतदाता सूची को अपडेट किया जाता है। आयोग ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इसमें सहयोग करना चाहिए ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष बनी रहे।

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एसआईआर को लेकर छिड़ा विवाद अब सियासी जंग का केंद्र बन गया है। राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे को उठाकर भाजपा और चुनाव आयोग को घेर रहे हैं, जबकि आयोग इसे महज प्रक्रियागत सुधार बता रहा है। अब देखना होगा कि यह विवाद आगामी चुनावी समीकरणों को कितना प्रभावित करता है।

 

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