समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 अगस्त: संसद का मॉनसून सत्र आज अपने आखिरी दिन पर है, लेकिन राजनीतिक हलचल और हंगामे के थमने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। राज्यसभा में आज सरकार गेमिंग बिल पेश करने जा रही है, जबकि यह बिल लोकसभा से पहले ही पारित हो चुका है। इसी बीच, 130वें संविधान संशोधन बिल पर सियासी घमासान संसद के दोनों सदनों में हंगामे को और तेज कर सकता है।
बीजेपी का व्हिप और विपक्ष की रणनीति
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सांसदों को आज के लिए व्हिप जारी किया है ताकि सभी सांसद राज्यसभा में मौजूद रहें और बिल पारित कराने में सरकार का समर्थन करें। वहीं, विपक्षी दल 130वें संविधान संशोधन को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं।
लोकसभा में विपक्ष ने इस मुद्दे पर जमकर हंगामा किया था और आज राज्यसभा में भी ऐसा ही माहौल देखने को मिल सकता है।
130वें संविधान संशोधन पर बवाल
यह संशोधन बिल, जिसके तहत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को हटाने से जुड़े प्रावधान शामिल बताए जा रहे हैं, लोकसभा में पेश होने के बाद संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के पास भेजा गया है। इसके बावजूद इस मुद्दे पर संसद के भीतर और बाहर सियासत तेज हो गई है।
विपक्ष का आरोप है कि यह संशोधन लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने वाला है, जबकि सरकार का कहना है कि इसका उद्देश्य राजनीतिक जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाना है।
विपक्ष का बिहार में विरोध प्रदर्शन
संसद के भीतर टकराव के साथ ही विपक्ष ने संसद के बाहर भी अपना विरोध जारी रखने का ऐलान किया है। खासकर बिहार में वोटर रिविजन को लेकर विपक्षी दल प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि सरकार जनादेश को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
राज्यसभा में गेमिंग बिल पर नजर
सत्र के आखिरी दिन सरकार का फोकस ऑनलाइन गेमिंग को रेगुलेट करने वाले गेमिंग बिल पर है। यह बिल लोकसभा से पारित होने के बाद अब राज्यसभा में पेश किया जाएगा। बिल का उद्देश्य ऑनलाइन गेमिंग उद्योग को नियंत्रित करना, पारदर्शिता बढ़ाना और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और इसे लेकर स्पष्ट नियमों की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी।
आज का दिन टकराव भरा
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सत्र के अंतिम दिन विपक्ष और सरकार के बीच टकराव और बढ़ सकता है। विपक्ष 130वें संशोधन और बिहार वोटर रिविजन को लेकर आक्रामक रुख अपनाएगा, जबकि सरकार चाहती है कि सत्र के समापन से पहले गेमिंग बिल राज्यसभा में भी पास हो जाए।
मॉनसून सत्र का आखिरी दिन संसद के लिए एक और हंगामेदार दिन साबित हो सकता है। एक ओर जहां सरकार गेमिंग बिल को लेकर गंभीर है, वहीं विपक्ष 130वें संविधान संशोधन और बिहार मुद्दे पर हमलावर है। ऐसे में आज संसद में टकराव और गरमागर्मी से इनकार नहीं किया जा सकता।
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