समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10 सितंबर: भारत के बीमा सेक्टर में अगस्त 2025 का महीना बड़े बदलावों का संकेत लेकर आया। जहां पूरे सेक्टर का नया कारोबार थोड़ा घटा, वहीं प्राइवेट बीमा कंपनियों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर बाजार में अपनी पकड़ मजबूत की। विशेषकर SBI लाइफ, HDFC लाइफ और ICICI प्रूडेंशियल ने शानदार ग्रोथ दिखाई और सेक्टर के रुख को अपने पक्ष में मोड़ दिया।
LIC की स्थिति में गिरावट
देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी LIC के लिए अगस्त 2025 निराशाजनक रहा। पिछले साल की तुलना में कंपनी का पहला साल का प्रीमियम 17% गिरकर लगभग ₹16,023 करोड़ रह गया। यह गिरावट इस बात का संकेत है कि उपभोक्ता अब पारंपरिक भरोसे के बजाय नए और अधिक लचीले विकल्पों की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं।
प्राइवेट कंपनियों ने बढ़ाया वर्चस्व
जहां LIC पिछड़ती नजर आई, वहीं प्राइवेट कंपनियों ने बाजार में अपनी स्थिति और मजबूत की। प्रमुख आंकड़े इस प्रकार हैं:
- SBI लाइफ ने ₹3,321 करोड़ के प्रीमियम के साथ 22.8% की वृद्धि दर्ज की, जो इस सीजन की सबसे बड़ी छलांग है।
- HDFC लाइफ ने ₹3,064 करोड़ के प्रीमियम के साथ 9.5% की ग्रोथ दिखाई।
- ICICI प्रूडेंशियल ने ₹1,776 करोड़ के प्रीमियम के साथ 17.7% की तेजी हासिल की।
इन तीनों कंपनियों की कुल प्रीमियम कमाई ₹14,936 करोड़ रही, जो पूरे प्राइवेट सेगमेंट में 12% वार्षिक वृद्धि को दर्शाती है।
बदलाव की बुनियाद: ग्राहक की पसंद
अब बीमा उद्योग में साफ दिख रहा है कि ग्राहक केवल ब्रांड नाम पर भरोसा नहीं कर रहे। वे प्रोडक्ट वेरायटी, डिजिटल सर्विस और फास्ट क्लेम प्रोसेसिंग को अधिक महत्व दे रहे हैं। यही वजह है कि प्राइवेट कंपनियों की नई रणनीतियां – जैसे आसान पॉलिसी विकल्प, मोबाइल ऐप्स और त्वरित रिस्पॉन्स – उन्हें आगे ले जा रही हैं।
मार्केट शेयर की नई लड़ाई
एक समय था जब LIC अकेला बड़ा खिलाड़ी था, लेकिन अब स्थिति तेजी से बदल रही है। प्राइवेट बीमा कंपनियां न केवल हिस्सेदारी बढ़ा रही हैं, बल्कि ग्राहकों का भरोसा भी जीत रही हैं। अगस्त के आंकड़े इस बदलाव का पुख्ता प्रमाण हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले महीनों में यह प्रतिस्पर्धा और तेज होगी और LIC को अपनी रणनीतियों में बदलाव लाने की जरूरत है।
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