राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का पितृपक्ष महासंगम 2025 में गयाजी दौरा, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

समग्र समाचार सेवा
गया, बिहार, 19 सितंबर: विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष महासंगम 2025 के पावन अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार को गयाजी पहुंचेंगी। राष्ट्रपति मुर्मू पूर्वजों की आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति के लिए विष्णुपद मंदिर में पारंपरिक पिंडदान और तर्पण का कर्मकांड संपन्न करेंगी।

राष्ट्रपति के दौरे को लेकर गयाजी जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पूरे रूट पर वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा और वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की गई है।

जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मू का आगमन और प्रस्थान एक ही रूट से होगा। वे गयाजी एयरपोर्ट से डोभी-गयाजी मुख्य मार्ग होते हुए पांच नंबर गेट बाइपास, घुघड़ी ताड़ बाइपास, नारायणीपुल और बंगाली आश्रम के रास्ते विष्णुपद मंदिर तक पहुंचेंगी। इस दौरान वे फल्गु नदी के देवघाट में पिंड अर्पित करेंगी और मंदिर में भगवान विष्णु के चरणों को नमन करेंगी।

सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था:
राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर मार्गों पर सभी प्रकार के वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद रहेगा। इसमें शामिल हैं:

  • दोमुहान से सिकड़िया मोड़ तक
  • पांच नंबर गेट से सिटी पब्लिक स्कूल तक
  • चांद चौरा चौराहा से बंगाली आश्रम
  • घुघड़ी ताड़ बाइपास

इन क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी और पुलिस बल की तैनाती होगी। विशेष रूप से सिटी पब्लिक स्कूल, भूसंडा मोड़, मानपुर सीताकुंड, मानपुर पुल हनुमान मंदिर, घुघरीताड़, केन्दुई रोड, गोदावरी रोड, महावीर कॉलेज, एयरपोर्ट मोड़, बंगाली आश्रम मोड़ और दोमुहान, धनावां मोड़ पर सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

जिला प्रशासन ने ट्रैफिक प्लान को अंतिम रूप दे दिया है। पितृपक्ष मेले के दौरान पहले ही लाखों श्रद्धालु गयाजी पहुंच चुके हैं। प्रशासन ने दर्शकों से अपील की है कि वे वैकल्पिक मार्गों का ही उपयोग करें और निर्धारित सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।

राष्ट्रपति का यह पावन दौरा न केवल पारंपरिक पिंडदान और तर्पण की गरिमा को बढ़ाएगा, बल्कि श्रद्धालुओं को भी अपने पूर्वजों के प्रति आस्था और सम्मान व्यक्त करने का अवसर प्रदान करेगा।

विशेष जानकारी: पितृपक्ष महासंगम में हजारों श्रद्धालु हर वर्ष गयाजी के विष्णुपद मंदिर में आते हैं। इस बार राष्ट्रपति के दौरे के चलते प्रशासन ने सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को और अधिक कड़ा किया है, ताकि कार्यक्रम शांति और सुव्यवस्था के साथ संपन्न हो सके।

 

 

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