समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में 2 अक्टूबर को विजयादशमी के अवसर पर आयोजित ‘विसर्जन शोभा यात्रा’ के दौरान हिंसक झड़प की खबर सामने आई है। यह झड़प छात्र समूहों के बीच प्रतीकात्मक प्रदर्शनों को लेकर हुई, जिसमें एक-दूसरे पर उकसाने और हिंसा फैलाने के आरोप लगे।
जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के संयुक्त सचिव वैभव मीणा ने बताया कि विश्वविद्यालय छात्र संघ ने विजयादशमी पर साबरमती ढाबा से प्रतीकात्मक ‘रावण दहन’ का आयोजन किया था। इस दौरान अफ़ज़ल गुरु, उमर खालिद, शरजील इमाम, जी साईं बाबा और चारु मजूमदार जैसे नक्सली या वामपंथी आंदोलनों से जुड़े व्यक्तियों के पुतले और पोस्टर जलाए गए।
मीणा ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य परिसर में “नक्सल जैसी ताकतों” का प्रतीकात्मक रूप से खंडन करना था। पुतले जलाने के बाद दुर्गा प्रतिमाओं और छात्रों के साथ पूरे परिसर में ‘विसर्जन शोभा यात्रा’ निकाली गई।
*जेएनयू में छात्रसंघ संयुक्त सचिव वैभव मीना के आह्वान पर किया गया वामपंथी, नक्सलवादी, राष्ट्रविरोधी तत्वों का रावण दहन*
आज विजय दशमी के अवसर पर आज जेएनयू के साबरमती ग्राउंड में वामपंथी, राष्ट्रविरोधी ताकतों का समर्थन करने वाले ताकतों रूपी दशानन का रावण दहन आयोजित किया गया। इस… pic.twitter.com/hT7xxs6anV
— Vaibhav Meena (@i_VaibhavMeena) October 2, 2025
हालांकि, वामपंथी छात्र समूहों ने इस घटना को भड़काऊ बताया और आयोजकों पर आरोप लगाया कि वे जेएनयू के पूर्व छात्रों उमर खालिद और शरजील इमाम को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। जेएनयूएसयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि समस्या तब शुरू हुई जब ऑनलाइन पोस्टर प्रसारित हुए, जिनमें ‘रावण दहन’ की बात कही गई थी और खालिद और इमाम के पुतले भी शामिल थे।
नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि वे गोडसे का पुतला नहीं जला रहे हैं, बल्कि लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए आवाज़ उठाने वालों के प्रतीकात्मक रूप को निशाना बना रहे हैं। वामपंथी छात्र समूह साबरमती टी पॉइंट पर विरोध प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए और आरोप लगाया कि आयोजनकारियों ने संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन किया।
मीणा ने दावा किया कि जैसे ही दुर्गा विसर्जन जुलूस धरना स्थल के पास पहुंचा, वामपंथी समूहों के सदस्यों ने यात्रा में शामिल छात्रों पर जूते और चप्पल फेंके, जिससे कुछ छात्र घायल हो गए। उन्होंने कहा कि छात्र संघ इस घटना के संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराएगा और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन और सुरक्षा अधिकारी फिलहाल इस घटना की जांच कर रहे हैं। छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। इस झड़प ने जेएनयू परिसर में विजयादशमी के त्योहार का माहौल भी तनावपूर्ण बना दिया है।
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