प्रधानमंत्री मोदी से मिले केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, विकास और सहयोग पर चर्चा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर: केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह बैठक दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास पर हुई। दोनों नेताओं के बीच विकास, केंद्र–राज्य सहयोग और केरल से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर रचनात्मक चर्चा हुई।

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘X’ (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा –

“केरल के मुख्यमंत्री, श्री @pinarayivijayan ने प्रधानमंत्री @narendramodi से मुलाकात की।”

यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब केरल सरकार राज्य में बुनियादी ढांचे, निवेश, स्वास्थ्य सेवाओं और डिजिटल परियोजनाओं से जुड़ी कई नई पहलें आगे बढ़ा रही है। दोनों नेताओं की चर्चा को केंद्र और राज्य के बीच बेहतर तालमेल और साझेदारी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

विकास और केंद्र-राज्य साझेदारी पर फोकस

सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री विजयन ने बैठक के दौरान केरल की विभिन्न विकास परियोजनाओं, विशेषकर परिवहन, पर्यटन, आईटी पार्क, तटीय सुरक्षा और ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा की। प्रधानमंत्री ने भी राज्य की प्रगति के लिए केंद्र सरकार के निरंतर सहयोग का आश्वासन दिया।

जानकारों का मानना है कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य संघीय ढांचे में सहयोगात्मक विकास की भावना को मज़बूत करना था। हाल के वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार कहा है कि “राज्यों के विकास के बिना भारत का विकास अधूरा है।” यह मुलाकात उसी दृष्टिकोण का एक और उदाहरण मानी जा रही है।

केरल की प्राथमिकताओं पर बातचीत

केरल सरकार हाल के महीनों में हरित ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन से निपटने, और सतत विकास जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री विजयन ने प्रधानमंत्री को इन प्रयासों की जानकारी दी और केंद्र से तकनीकी व वित्तीय सहयोग का आग्रह किया।

सूत्रों के मुताबिक, बातचीत के दौरान केरल की नई स्टार्टअप नीति, कोच्चि मेट्रो विस्तार, और राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं पर भी विचार-विमर्श हुआ।

प्रधानमंत्री ने केरल की सामाजिक प्रगति, उच्च साक्षरता दर और स्वास्थ्य क्षेत्र में उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य दोनों को मिलकर “नए भारत के निर्माण” में योगदान देना चाहिए।

राजनीतिक शिष्टाचार और सकारात्मक संकेत

राजनीतिक मतभेदों के बावजूद यह मुलाकात सौहार्दपूर्ण और रचनात्मक माहौल में हुई। यह दर्शाता है कि राष्ट्रीय स्तर पर नीति निर्माण में संवाद और सहयोग ही लोकतांत्रिक परिपक्वता का प्रतीक है।

दोनों नेताओं की मुस्कुराती तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा होने के बाद नागरिकों और राजनीतिक विश्लेषकों ने इस मुलाकात को “सकारात्मक राजनीतिक संकेत” बताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की यह मुलाकात केवल एक औपचारिक संवाद नहीं, बल्कि संघीय सहयोग और साझा विकास की भावना का प्रतीक है।

ऐसे समय में जब भारत ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की ओर अग्रसर है, केंद्र और राज्यों के बीच पारस्परिक विश्वास और सामंजस्य ही इस यात्रा को गति दे सकता है। केरल और केंद्र के बीच इस तरह के संवाद भविष्य में नीतिगत तालमेल और जनहित की परियोजनाओं को और सशक्त बनाएंगे।

 

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