जुबिन गर्ग केस: SIT ने दो PSO गिरफ्तार, संदिग्ध वित्तीय लेनदेन की जांच जारी शॉर्ट हेडलाइन:

समग्र समाचार सेवा
गुवाहाटी, 10 अक्टूबर: सुप्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग के सिंगापुर में पिछले महीने हुए स्विमिंग हादसे में निधन के मामले में असम पुलिस क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) की विशेष जांच टीम (SIT) ने शुक्रवार को उनके दो व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारियों (PSO) नंदेस्वर बोरा और परेश बैश्य को गिरफ्तार किया।

सूत्रों के अनुसार, बोरा और बैश्य को गुरुवार रात को हिरासत में लिया गया और शुक्रवार सुबह जिला न्यायालय में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें पांच दिनों के पुलिस रिमांड में भेजा ताकि उनसे गहन पूछताछ की जा सके।

असम पुलिस ने बताया कि दोनों PSO को “असामान्य वित्तीय लेनदेन” के कारण निलंबित किया गया था। बोरा के बैंक खाते में लगभग 70 लाख रुपये और बैश्य के खाते में 40 लाख रुपये से अधिक के लेनदेन पाए गए, जो उनके ज्ञात आय स्रोतों से अधिक थे। अधिकारियों ने कहा कि SIT यह जांच कर रही है कि क्या इन संदिग्ध लेनदेन का जुबिन गर्ग के निधन की परिस्थितियों से कोई संबंध है।

हालांकि, दोनों अधिकारियों के परिवार ने कहा कि जुबिन गर्ग ने उनके बैंक खातों का उपयोग दान और सामाजिक कार्यों के लिए जमा और वितरित करने हेतु किया था। जुबिन की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने भी कहा, “जुबिन ने कुछ पैसे PSO को सामाजिक कार्यों के लिए दिए थे। यह पूरी तरह से परोपकारी उद्देश्य से किया गया था।”

जुबिन के निधन से संबंधित अब तक कुल सात लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं। इससे पहले, SIT ने श्यामकानु महंता और उनके सचिव सिद्धार्थ शर्मा को 1 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। अगले दिन दो संगीतकार, अमृतप्रभा महंता और शेखर ज्योति गोस्वामी को भी गिरफ्तार किया गया था। सभी चारों को 14 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया। इसके अलावा कई अन्य व्यक्तियों को पूछताछ के लिए तलब किया जा चुका है। जुबिन के चचेरे भाई संदीपन गर्ग को भी इस सप्ताह हिरासत में लिया गया।

विशेषज्ञों का कहना है कि PSO के खातों में मिले संदिग्ध लेनदेन और जुबिन गर्ग के निधन के बीच संभावित कनेक्शन की जांच इस मामले की दिशा तय कर सकती है।

 

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