समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़, 14 अक्टूबर: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को हरियाणा के 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात कर उन्हें शोक संवेदना व्यक्त की। पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में अपने निजी आवास के बेसमेंट में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी।
गांधी सुबह 11:08 बजे सेक्टर 24 स्थित कुमार के आधिकारिक निवास पर पहुंचे। उन्होंने कहा, “यह अत्यंत दुखद और संवेदनशील घटना है। परिवार इस समय मानसिक और भावनात्मक दबाव में है। हमें सुनिश्चित करना होगा कि न्याय मिल सके।”
राहुल गांधी के दौरे का समय ऐसे में आया है जब भाजपा नीत हरियाणा सरकार पर विपक्षी दलों द्वारा हमले तेज हो गए हैं। मृतक अधिकारी के द्वारा छोड़े गए नौ पन्नों के नोट में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर जाति-आधारित भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार का आरोप लगाया गया था।
हरियाणा सरकार की कार्रवाई:
मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा सरकार ने मंगलवार को डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है। मृतक अधिकारी की पत्नी, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार, ने कपूर और बिजारनिया पर उनके पति को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। परिवार ने पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार की अनुमति देने से इनकार कर रखा है।
चंडीगढ़ में विभिन्न राजनीतिक नेता कुमार के परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त कर रहे हैं और सरकार से शीघ्र कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
न्याय की मांग और विरोध:
कुमार के परिवार को न्याय दिलाने के लिए गठित 31 सदस्यीय समिति ने रविवार को हरियाणा सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। समिति ने कहा कि यदि इस अवधि में सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करेंगे।
विपक्ष का आरोप है कि भाजपा सरकार मामले को दबाने की कोशिश कर रही है और उन्होंने स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग दोहराई है। राहुल गांधी ने भी अपने दौरे में यह स्पष्ट किया कि न्याय और पारदर्शिता के बिना कोई स्थिति स्वीकार्य नहीं है।
इस बीच राजनीतिक और सामाजिक सरोकारों के चलते यह मामला हरियाणा में चुनावी और प्रशासनिक स्तर पर चर्चा का मुख्य केंद्र बना हुआ है।
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