वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हम्पी में प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) के प्रशिक्षुओं से की बातचीत

योजना के तहत युवाओं के जीवन में आए परिवर्तन की सफलता कहानियाँ साझा, इंटर्न्स की उपलब्धियों की सराहना की

  • केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने हम्पी, कर्नाटक में पीएमआईएस प्रशिक्षुओं के साथ संवाद किया।
  • इन्फोसिस, टीसीएस, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, बीईएल, एनएमडीसी, एमआरपीएल, एचएएल और हनीवेल जैसी प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
  • मंत्री ने इंटर्न्स की मेहनत, समर्पण और उपलब्धियों की सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
  • कार्यक्रम में प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के माध्यम से युवाओं में आए सकारात्मक परिवर्तन की प्रेरक कहानियाँ साझा की गईं।

समग्र समाचार सेवा
हम्पी (कर्नाटक), 16 अक्टूबर:केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 15 अक्टूबर 2025 को कर्नाटक के हम्पी में प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) के प्रशिक्षुओं से बातचीत की। इस संवाद सत्र में राज्यभर से आए 60 से अधिक प्रशिक्षु और इन्फोसिस, एमएसपीएल, आईबीएम, टीसीएस, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), मेंगलुरु रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स, एचएएल, एनएमडीसी और हनीवेल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस जैसी अग्रणी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

मंत्री ने इंटर्न्स के अनुभवों, सीख और भविष्य की आकांक्षाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने युवाओं को अपने व्यावसायिक जीवन में निरंतर सीखने, आत्मविश्वास और अनुकूलनशीलता के महत्व पर बल दिया। श्रीमती सीतारमण ने कहा कि “यह देखकर प्रसन्नता होती है कि यह इंटर्नशिप न केवल कार्य कौशल बढ़ा रही है, बल्कि संचार बाधाओं को पार करने और व्यक्तित्व विकास में भी मदद कर रही है।”

उन्होंने उन प्रशिक्षुओं को बधाई दी जिन्हें उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर अपनी संबंधित कंपनियों में स्थायी नियुक्ति (फुल-टाइम रोल) प्राप्त हुआ है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

कार्यक्रम में युवाओं के परिवर्तन की कई प्रेरक कहानियाँ प्रस्तुत की गईं—

कालुवा हरि कृष्णा, कडप्पा (आंध्र प्रदेश) के किसान परिवार से आने वाले प्रशिक्षु, जिन्होंने टीसीएस (TCS) में इंटर्नशिप के बाद पूर्णकालिक नौकरी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि पीएमआईएस उनके जीवन में “वास्तविक परिवर्तन” लेकर आया। उन्होंने इच्छा जताई कि उन्हें अपना नियुक्ति पत्र स्वयं मंत्री के हाथों से मिले, जिसे मंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया।

आर. लक्ष्मी प्रसन्ना, चित्तूर (आंध्र प्रदेश) से, जिन्होंने इन्फोसिस (Infosys) में इंटर्नशिप पूरी की, ने बताया कि यह अवसर उनके लिए आत्मविश्वास और कॉर्पोरेट दुनिया से परिचय का माध्यम बना।

सुश्री गौरी एच., केरल की हनीवेल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस लैब प्रा. लि. में एम्बेडेड इंजीनियर प्रशिक्षु, ने बताया कि एकल माता की बेटी होने के बावजूद पीएमआईएस ने उन्हें उनके सपनों के करियर में प्रवेश दिलाया।

मंत्री ने गौरी की प्रशंसा करते हुए कहा—
“मैं गौरी की सकारात्मकता और दृढ़ता से प्रभावित हूँ। ऐसी कहानियाँ ही पीएमआईएस की असली भावना और उद्देश्य को दर्शाती हैं।”

इस संवाद ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना की बढ़ती प्रभावशीलता को उजागर किया और सरकार की उस प्रतिबद्धता को पुनः रेखांकित किया, जिसके तहत ‘विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण के अनुरूप भविष्य के लिए तैयार कार्यबल तैयार किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) के बारे में:

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) प्रधानमंत्री के पाँच युवा उन्मुख कार्यक्रमों में से एक है, जिसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार, कौशल और अवसरों से जोड़ना है। यह योजना 21 से 24 वर्ष आयु वर्ग के उन युवाओं के लिए है जो वर्तमान में किसी भी पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रम या रोजगार में शामिल नहीं हैं।

इस योजना के अंतर्गत उन्हें भारत की शीर्ष कंपनियों में सशुल्क इंटर्नशिप का अवसर प्रदान किया जाता है। अगले पाँच वर्षों में इस योजना के माध्यम से एक करोड़ से अधिक इंटर्नशिप प्रदान करने का लक्ष्य है, जिससे भारतीय युवाओं की रोजगार योग्यता और कौशल को सशक्त किया जा सके। फिलहाल योजना का पायलट चरण चल रहा है।

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