अंगोला में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की ऐतिहासिक यात्रा

भारत और अंगोला के बीच ऊर्जा, कृषि, रक्षा और पर्यावरण सहित कई क्षेत्रों में सहयोग पर सहमति; राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा — साझेदारी आपसी विश्वास और साझा समृद्धि पर आधारित है।

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस लौरेंको के साथ द्विपक्षीय बैठक और प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की।
  • दोनों देशों के बीच मत्स्य पालन, जलीय कृषि और वाणिज्य दूतावास मामलों पर दो समझौता ज्ञापनों (MoUs) का आदान-प्रदान हुआ।
  • अंगोला ने अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस (IBCA) और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन (GBA) में शामिल होकर भारत की पर्यावरणीय पहल का समर्थन किया।
  • यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की अंगोला की पहली राजकीय यात्रा है जो भारत-अफ्रीका सहयोग में नया मील का पत्थर है।

समग्र समाचार सेवा
लुआंडा (अंगोला), 10 नवंबर: भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु अपनी दो अफ्रीकी देशों, अंगोला और बोत्सवाना की राजकीय यात्रा के पहले चरण में 8 नवंबर की शाम अंगोला की राजधानी लुआंडा पहुँचीं।
यह यात्रा ऐतिहासिक है क्योंकि यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की अंगोला की पहली आधिकारिक यात्रा है।

राष्ट्रपति मुर्मु के साथ इस यात्रा पर जल शक्ति और रेल राज्य मंत्री श्री वी. सोमन्ना, सांसद श्री प्रभुभाई नागरभाई वसावा और श्रीमती डी. के. अरुणा भी मौजूद हैं।
लुआंडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति का स्वागत अंगोला के विदेश मंत्री श्री टेटे एंटोनियो ने किया।

द्विपक्षीय बैठक और वार्ता

9 नवंबर को राष्ट्रपति मुर्मु ने अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस लौरेंको से राष्ट्रपति भवन, लुआंडा में मुलाकात की।
उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और फिर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के बीच विस्तृत वार्ता हुई।

राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत और अंगोला के बीच की साझेदारी आपसी विश्वास, सम्मान और दोनों देशों के लोगों की समृद्धि के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।
उन्होंने अंगोला की विकास यात्रा की सराहना की और कहा कि भारत, अंगोला के साथ ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य, रक्षा और बुनियादी ढाँचे के क्षेत्रों में नए अवसर तलाशने के लिए प्रतिबद्ध है।

सहयोग के नए क्षेत्र

बैठक में दोनों नेताओं ने यह सहमति जताई कि भारत और अंगोला, भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन (India-Africa Forum Summit) के व्यापक ढांचे के अंतर्गत सहयोग को और सुदृढ़ करेंगे।
इस अवसर पर दोनों देशों के बीच दो समझौता ज्ञापन (MoUs) पर हस्ताक्षर हुए —

1. मत्स्य पालन, जलीय कृषि और समुद्री संसाधनों में सहयोग,

2. वाणिज्य दूतावास संबंधी मामलों में सहयोग।


राष्ट्रपति मुर्मु ने अंगोला की भारत की ऊर्जा सुरक्षा में अहम भूमिका को रेखांकित किया और कहा कि दोनों देश मिलकर सतत विकास और हरित ऊर्जा के लक्ष्यों को आगे बढ़ा सकते हैं।

पर्यावरणीय साझेदारी और वैश्विक मंच

राष्ट्रपति ने अंगोला द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस (IBCA) और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन (GBA) में शामिल होने के निर्णय का स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि ये गठबंधन पर्यावरण संरक्षण, वन्यजीव संरक्षण और सतत ऊर्जा के क्षेत्र में भारत-अफ्रीका के सहयोग को एक नई दिशा देंगे।

संयुक्त वक्तव्य और भोज

बैठक के बाद दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और साझा बयान जारी किया।
शाम को अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंजाल्विस लौरेंको ने भारतीय राष्ट्रपति के सम्मान में एक राजकीय भोज (State Banquet) का आयोजन किया।
इस अवसर पर दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों ने द्विपक्षीय सहयोग के नए रास्तों पर चर्चा की।

मुख्य उपलब्धियाँ:

  • भारत-अंगोला के बीच ऐतिहासिक राजकीय यात्रा।
  • ऊर्जा, कृषि, रक्षा, मत्स्य पालन और समुद्री संसाधनों के क्षेत्र में सहयोग समझौते।
  • IBCA और GBA जैसे वैश्विक मंचों पर साझा पर्यावरणीय प्रतिबद्धता।
  • भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन के तहत दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी को सशक्त बनाना।

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