केआरसी फाउंडेशन और नीडोनॉमिक्स फाउंडेशन ने नैतिक, आवश्यकता-आधारित विकास को आगे बढ़ाने के लिए रणनीतिक साझेदारी की
नई दिल्ली, 03 दिसंबर: भारतीय नैतिक ज्ञान को समकालीन शोध और नीति निर्माण से जोड़ने की दिशा में एक दूरदर्शी कदम उठाते हुए केआरसी फाउंडेशन ने प्रो. एम.एम. गोयल नीडोनॉमिक्स फाउंडेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साझेदारी नीडोनॉमिक्स—जो प्रो. एम.एम. गोयल द्वारा विकसित माइंडलेस ग्रीडोनॉमिक्स के प्रत antidote के रूप में प्रस्तुत एक रूपरेखा है—को मूल्य-आधारित शिक्षा, सुशासन और सतत विकास के केंद्र में स्थापित करती है।
केआरसी फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी श्री बिस्वदीप गुप्ता ने MoU पर हस्ताक्षर करते हुए इसे एक रणनीतिक निर्णय बताया, जो सभी संस्थागत पहलों को एक मजबूत ज्ञान साझेदारी के माध्यम से समृद्ध करेगा।
प्रो. गोयल ने विश्वास व्यक्त किया कि यह सहयोग फाउंडेशन का यूएसपी बनेगा और आज के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में आवश्यक सचेत, नैतिक और आवश्यकता-आधारित दृष्टिकोण को सशक्त करेगा।
यह साझेदारी नीडोनॉमिक्स को शोध, शैक्षणिक आयोजनों और पाठ्यक्रम विकास में एकीकृत करेगी। संयुक्त पहलों में क्षमता-विकास कार्यक्रम, कार्यशालाएँ और गीता-प्रेरित नैतिकता एवं नीडोनॉमिक्स पर केंद्रित वेबिनार शामिल होंगे। दोनों संस्थान प्रशिक्षण मॉड्यूल, डिजिटल सामग्री और अध्ययन सामग्री का सह-विकास करेंगे, जो आवश्यकता-आधारित जीवनशैली और नैतिक आचरण को बढ़ावा देगी।
इस सहयोग में संयुक्त सम्मेलन, प्रमाणन कार्यक्रम, प्रकाशन और केस स्टडी के साथ-साथ संकाय एवं संसाधन आदान-प्रदान की भी परिकल्पना है। सतत, समावेशी और नैतिक विकास को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्तपोषित परियोजनाओं के अवसरों का भी सक्रिय रूप से अन्वेषण किया जाएगा।
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