केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने , मोदी सरकार की व्यापार कूटनीति को बताया मील का पत्थर
20 अरब डॉलर के निवेश से किसानों, एमएसएमई, युवाओं और इनोवेटर्स को मिलेंगे नए अवसर
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भारत–न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते की केन्द्रीय गृह मंत्री ने सराहना की
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एफटीए से करीब 20 अरब डॉलर के निवेश की संभावना जताई
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किसानों, एमएसएमई, छात्रों और युवाओं को सीधे लाभ मिलने की उम्मीद
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जन-केंद्रित विदेश नीति का सफल उदाहरण बताया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली | 23 दिसंबर: केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की सराहना करते हुए इसे मोदी सरकार की व्यापार कूटनीति का एक नया और ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया है। उन्होंने कहा कि यह समझौता भारत की वैश्विक आर्थिक भूमिका को और मजबूत करने की दिशा में अहम कदम है।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किए गए अपने संदेश में गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की व्यापार कूटनीति लगातार नए मानक स्थापित कर रही है। उन्होंने बताया कि भारत–न्यूजीलैंड एफटीए के जरिए देश में लगभग 20 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश आने की संभावना है, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
निवेश और अवसरों का विस्तार
अमित शाह के अनुसार, इस समझौते से भारतीय इनोवेटर्स, उद्यमियों, किसानों, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों, छात्रों और युवाओं के लिए समृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे। एफटीए के तहत व्यापार में सहूलियत बढ़ेगी, बाजार तक पहुंच आसान होगी और रोजगार के अवसरों में भी इजाफा होगा।
जन-केंद्रित विदेश नीति का उदाहरण
गृह मंत्री ने कहा कि यह समझौता इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि किस प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की जन-केंद्रित विदेश नीति नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता देश के हर वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है।
अमित शाह ने यह भी संकेत दिया कि आने वाले समय में ऐसे समझौते भारत की वैश्विक साझेदारियों को और मजबूत करेंगे तथा देश को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभाएंगे।
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