समग्र समाचार सेवा
न्यूयॉर्क (अमेरिका) , 9मई । कोरोना संकट काल में कई देशो की तरह अमेरिका के भी कई संस्थान भारत की मदद के लिए आगे आये हैं. और आ रहे है.खासकर वहां के निवासी डाक्टरों और स्वयंसेवी संस्थाओ का समूह.उनमे प्रमुख है-फेडरेशन ऑफ इंडियन फिजिशियन एसोसिएशन (एफआईपीए) ,जो भारत को कोविड संकट में मदद करने के लिए अथक रूप से काम कर रहा है ।
FIPA- 25 से अधिक विभिन्न स्थानीय संस्थाओ का एक समूह है। एफआईपीए की स्थापना पिछले वर्ष विभिन्न चिकित्सकों और गैर-चिकित्सक समूहों, संस्थाओं को एकजुट करने के लिए की गई थी। डॉ राज भयानी इस संस्था के संस्थापक अध्यक्ष हैं.डॉ भयानी भारत और भारतवासियों के निष्काम सेवा के लिए सदैव तत्पर रहे है और रहते हैं .
इस संस्था में डॉ भयानी के साथ डॉ विनोद शाह अध्यक्ष-बोर्ड ऑफ ट्रस्टी, डॉ नरेश पारिख सह अध्यक्ष, डॉ अजीत कोठारी, डॉ पवन रतन, डॉ सुधीर सेखसेरिया, डॉ राकेश शर्मा, डॉ राज शाह, डॉ बिंदू कांसुपाड़ा और कई अन्य प्रख्यात चिकित्सक व समाजसेवी शामिल हैं .
जैसे-जैसे भारत में कोविड संकट बढ़ा, तो डॉ राज भयानी के अथक प्रयासों से कई संस्थाओ को सम्पर्क किया.जिसमे उन्हें भारी सफल मिली. डॉ भयाणी ने भारत के लिए एफआईपीए व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन जैसी कई अन्य संस्थाओं शिव योगा, सेवा इंटरनेशनल, अमनील फार्मास्यूटिकल्स, मल्टीपल गुजराती समाज एसोसिएशन, एफएपीआई, AAPIQLI, MVIMA, GWAPI, MOCCAPI, IMANE, AAPINO, बड़ौदा मेडिकल कॉलेज एसोसिएशन, बीजेएमसी, मध्य प्रदेश मेडिकल एसोसिएशन, इंडियाना मेडिकल एसोसिएशन, एआईए, राजमायी, राणा, बी यू पटेल फाउंडेशन, SSAI, अधारशेला, विपो यूएसए, इराडा फाउंडेशन, न्यूयॉर्क राज्य AAPI , गुजराती समाज न्यूयॉर्क, AAPI MTRO NYC, मैनहट्टन AAPI, सैक्रामेंटो और ब्रोंक्स मेडिकल एसोसिएशन, VYO, गांधीवादी सोसायटी, पंजाबी चैंबर ऑफ कॉमर्स, सिल्वर स्प्रिंग गुरुद्वारा आदि संस्थाओं से मिले .उनसे भारत के कोरोना संकट में मदद की अपील की .सब आगे आये और भारत को एक बड़ी मदद मिली. जो के अभूतपूर्व कार्य कहा जा सकता है .
इन संस्थाओं ने राष्ट्रीय भावना और परस्पर सेवा व सहयोग के वैदिक भाव के परिणामस्वरूप धन जुटाया, जिसकी मदद से लगभग 5000 ओक्सिजन कसंट्रेटर खरीदे गए हैं,जो भारत को भेजे जायेंगे.भेजे जाने की पूर्ण व्यवस्था की जा रही है .
इस मदद के बारे में न्यूयॉर्क स्थित FIPA के संस्थापक अध्यक्ष डॉ राज भयानी ने “Global Governance News” को बताया -450 इकाइयां पहले ही अहमदाबाद,भारत पहुंच चुकी हैं, 325 दिल्ली भेजी जा रही हैं और 300 मुंबई भेजी जा रही हैं। इन इकाइयों को स्थानीय भारतीय अस्पतालों, अस्थायी आइसोलेशन सेंटरों, नवनिर्मित मोबाइल अस्पतालों में जन सेवा कार्य में उपयोग किया जा सकता है ताकि भारत के दूरदराज के हिस्से में स्थानीय साझेदार इन इकाइयों का उपयोग जरूरत के अनुसार कोविड रोगियों को ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए कर सकें ।
करीब 3500 यूनिट्स अभी भी शिप होने का इंतजार कर रही हैं। एफआईपीए इन इकाइयों के तुरंत ट्रांसपोर्ट करने के लिए भारतीय दूतावास, विमानन मंत्रालय और एयर इंडिया से भी मदद की गुहार लगाई है।
अध्यक्ष डॉ राज शाह के नेतृत्व में एफआईपीए “टेलीहेल्थ इनिशिएटिव” शुरू किया गया है। व्हील ग्लोबल फाउंडेशन, आ धारशीला, एकल विद्यालय, फेस टू फेस हेल्थ, एवलिको, एसएसएआई ने चिकित्सकों के दो प्रमुख मुद्दों को हल करने के लिए एक साथ काम करने के लिए FIPA के साथ मिलकर सामने आया । भारतीय और गैर-भारतीय चिकित्सक अपनी लाइसेंस आवश्यकताओं को कैसे प्राप्त करें,इस पर भी विचार किया गया।
भारत से जुड़े सभी देश में कोरोना संकट को दूर करने के लिए आगे आये हैं .ये उनके भारतीय संस्कारों से विश्व को रूबरू करवाता हैं . अमरीका और कई देशो के प्रवासी संघों ने भी भारत के इस संकट घडी में एकजुट होकर देश के लिए अपने अपने योगदान में जुटे गए हैं ..संकट के दौरान टेलीहेल्थकेयर के प्रति भारत सरकार की नीतियों के तहत ये सब काम कर रहे हैं. प्रवासी भारतीय चिकित्सको का ये प्लेटफॉर्म एक डिस्क्लेमर के साथ काम कर रहे हैं कि यह एक शैक्षिक सलाह है न कि मेडिकल कंसल्टेंसी ।
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