नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए जिम्मेदार अपराधियों को गिरफ्तार करने, सरबजीत सिंह मोखा एवं अन्य के विरूद्ध रासुका लगाने की मांग
समग्र समाचार सेवा
जबलपुर, 11मई। जबलपुर के निवासियों ने जिला मजिस्ट्रेट से नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए दोषी कंपनी और जिम्मेदार अपराधियों को गिरफ्तार करने, सरबजीत सिंह मोखा एवं अन्य के विरूद्ध रासुका की कार्यवाही करने के साथ ही आपराधिक मानव वध करने के अपराध की कार्यवाही करने और सम्पूर्ण प्रकरण की जाँच सी.बी.आई से कराये जाने बावत एक पत्र द्वारा मांग की है।
पत्र में यह बताया गया की मध्यप्रदेश शासन द्वारा कोरोना संक्रमण काल मे दवाओं की कालाबाजारी, जमाखोरी, ऑक्सीजन के सिलेण्डरों को नियत दर से अधिक कीमत मे बेचने वालो तथा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालो पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) मे कार्यवाही करने का आदेश पारित है और उक्त आदेश के पालन मे असली रेमडेसिविर इंजेक्शन को नियत दर से अधिक दर पर बेचते हुये गिरफ्तार अपराधियों पर रासुका की कार्यवाही नहीं की गई है।
जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने और उपयोग करने के अपराध मे पुलिस थाना ओमती, जबलपुर में प्रकरण पंजीबद्ध हुआ है, जिसमें गिरफ्तार किये गये अपराधियों के विरूद्ध मध्यप्रदेश शासन द्वारा दिये गये राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) मे कार्यवाही नही की गई है, बल्कि जो धारायें लगाई गई है, वह गंभीर अपराध की नहीं है, जबकि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग करने से सरबजीत सिंह मोखा के नागरथ चौक स्थित सिटी अस्पताल मे कोविड-19 के मरीजों को भर्ती किया गया था और उक्त इंजेक्शन खरीदने के बाद उनका उपयोग किये जाने से अनेक मरीजों की मौत हो चुकी है, ऐसी स्थिति मे असली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालो पर रासुका लगाना और नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का उपयोग करने वालो के विरूद्ध रासुका में कार्यवाही न करना विभेदकारी होने के साथ ही प्रशासन द्वारा आर्थिक रूप से सक्षम तथा प्रभावशाली व्यक्ति के प्रभाव मे आने पर उसका बचाव करने का संदेश आम व्यक्तियों में जाता है। यह भी कहा गया की उक्त अपराध मे नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का निर्माण करने वाले अपराधी गुजरात से है, जिन्हें उक्त प्रकरण मे आरोपी नहीं बनाया गया है। इससे भी यह संदेश जाता है कि मध्यप्रदेश की पुलिस गुजरात के आरोपियों पर कार्यवाही नहीं करना चाहती है, उक्त हेतु सम्पूर्ण प्रकरण की विवेचना/ जाँच सी.बी.आई. से कराया जाना अति आवश्यक है, ताकि कोई भी दोषी जो नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का निर्माण व व्यापार करते है, जिससे हजारों लोगों की मौत हुई है, वह एक नरसंहार है, को दंडित किया जा सके और उन्हें मौत की सजा दिलाई जा सके, क्योंकि उनके द्वारा किया गया अपराध राष्ट्रद्रोह के साथ ही आतंकवादी भी है और जिस हेतु उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही किया जाना नितांत आवश्यक है।
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