बंगाल हिंसा: ममता के ‘शांति’ के दावों की पोल खोलेंगे राज्यपाल

समग्र समाचार सेवा
देहरादून, 13मई। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद राज्य में हिंसा जारी है और राज्य में सत्ताधारी टीएमसी के समर्थक लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं और अभी तक राज्य में कई भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है।
वहीं राज्य में भाजपा समर्थकों के घरों को जला दिया गया। जिसके बाद कई भाजपा समर्थक और हिंदूओं ने असम में शरण ली है। लिहाजा अब राज्यपाल जगदीप धनखड़ स्थिति का जायजा लेने के लिए गुरुवार को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाले हैं। वे वहां हिंसा प्रभावित लोगों से मिलेंगे।

पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद जारी हिंसा के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ कूच बिहार में हिंसा प्रभावित जगहों पर जाने के बाद वह 14 मई को असम में कैम्पों को भी दौरा कर ममता बनर्जी के मुख्यमत्री बंगाल की पार्टी तृणमूल कॉंग्रेस के द्वारा संचालित हिंसा की पोल खोलेंगे। अभी तक कई भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या टीएमसी समर्थकों ने कर दी है।
असल में राज्य में राज्यपाल जगदीप धनखड़ का यह दौरा राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए परेशानी का सबब बन रहा है।
जगदीप धनखड़ के दौरे से ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है और राज्यपाल का दौरा कोरोना नियमों का उल्लंघन। ममता बनर्जी ने कहा कि जगदीप धनखड़ के चुनाव के बाद हिंसा प्रभावित कूच बिहार जिले का नियोजित दौरा नियमों का घोर उल्लंघन है।
राजभवन ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ 14 मई को कूचबिहार में हिंसा प्रभावित स्थानों का दौरा करने के बाद असम में शिविरों का दौरा करेंगे।
इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया- “राज्यपाल … 13 मई को कोलकाता से बीएसएफ के एक हेलीकॉप्टर में रवाना होंगे और कूच बिहार में शीतल कच्छी और अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के पीड़ितों का दौरा करेंगे।
राज्य में चुनाव परिणाम के बाद अब तक कम से कम 16 लोगों की हत्या कर दी गई है। ये भाजपा कार्यकर्ता और भाजपा समर्थक हैं। वहीं हजारों की संख्या में भाजपा समर्थक अपने घरों को छोड़कर असम में चले गए।
धनखड़ ने सोमवार को कहा था कि वह पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित इलाकों में जाएंगे और स्थिति का जायजा लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार से दौरे की व्यवस्था करने के लिए कहने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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