समग्र समाचार सेवा
पटना, 21मई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सोशल मीडिया के जरिए विरोधी दलों को निशाने पर लिया है। उन्होंने लिखा कि अब राजनीतिक तौर पर पटना शहर का नाम बदलकर विरोधी नेता सेवा शहर कर देना चाहिए, क्योंकि राजनीति भी अजीब चीज है।
उन्होंने लिखा कि राघोपुर की जनता आपको विधायक बनाती है, फिर भी अस्पताल पटना में ही खोलेंगे। भाई के मंत्री रहते एक मेडिकल कॉलेज ही राघोपुर में खोल देते या खुद मंत्री रहते एक पुल ही बना देते तो पीपा पुल पर लोगों की मौतें नहीं होतीं।
पप्पू यादव को तेजस्वी पर निशान साधते हुए कहा कि हमारे दूसरे नेता जी विधायक और सांसद पूर्णिया और मधेपुरा से रहे, पर समाजसेवा तो पटना में ही करेंगे। नहीं तो रोज छपास कैसे होगा। उन्होंने लिखा कि दोनों का उद्देश्य कभी सेवा रहा ही नहीं, सारा कमाल उस 30% वोट का है जो बिना कुछ किए एक को मिल जाता है और दूसरा उसके लिए लपलपा रहा है। मैंने प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर अपने सभी विधायक, सांसद और मंत्रियों को निर्देशित किया है कि अपने गृह जिले की चिंता करें और प्रभारी जिले का ध्यान रखें। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष होने के बावजूद मैं खुद भी अपने लोकसभा में हूं।
जायसवाल ने आगे लिखा कि वैसे इन सभी नेताओं में एक और जबरदस्त समानता है। 3 साल से एक नेताजी जेल में थे, तब वह अस्पताल में बीमार थे लेकिन बेल मिलते ही घर आ गए। इसी तरह दूसरे नेता जी कल तक कैमरा के साथ कोरोना वार्डों में घूमते थे और बाढ़ में कमर तक पानी में फोटो भी खिंचाते थे, पर जेल में जाते ही बीमार हो गए। उन्होंने लिखा कि आजकल जेल और बेल के बीच में अस्पताल का कमाल खेल है। जैसे बेल मिल जाएगी, वैसे नेता जी स्वस्थ होकर कैमरा के साथ घूमना शुरू कर देंगे। इसलिए इनके समर्थकों से अनुरोध है कि इनके स्वास्थ्य की नहीं बल्कि बेल की प्रार्थना करें। बेल के साथ स्वस्थ यह खुद ही हो जाएंगे।
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