समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 22जून। उत्तर प्रदेश में कोरोना से हुई मौत के आंकडों को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। अखिलेश यादव का दावा है कि कोरोना से होने वाली मौत के आंकडे यूपी सरकार छिपा रही है। सरकार ने आंकडे दिए है जमीनी हकीकत उससे 43गुना ज्यादा है।
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा है कि 9 महीनों में यूपी के 24 जिलों में सरकार ने जो मृत्यु के आंकड़े दिखाए हैं, वो असल आंकड़ों से कई गुना कम हैं। सरकार मृत्यु के आंकड़े नहीं अपना मुंह छिपा रही है।
सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से ये भंडाफोड़ हुआ है कि 31 मार्च, 2021 तक के कोरोनाकाल में 9 महीनों में उप्र के 24 ज़िलों में मृत्यु का आँकड़ा सरकार द्वारा दिये गये आँकड़ों से 43 गुना तक अधिक है।
भाजपा सरकार मृत्यु के आँकड़े नहीं दरअसल अपना मुँह छिपा रही है।#NoMoreBJP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 22, 2021
अखिलेश ने ट्वीट किया है, “सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी से ये भंडाफोड़ हुआ है कि 31 मार्च, 2021 तक के कोरोनाकाल में 9 महीनों में उप्र के 24 ज़िलों में मृत्यु का आंकड़ा सरकार द्वारा दिये गये आंकड़ों से 43 गुना तक अधिक है. भाजपा सरकार मृत्यु के आंकड़े नहीं दरअसल अपना मुंह छिपा रही है।”
इससे पहले अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा था कि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश की बदहाली की इबारत लिख दी गई है। जनता त्रस्त है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। भविष्य की खुशहाली का झूठा दिखाने वाला भाजपा नेतृत्व भी अब समझने लगा है कि अगले विधानसभा चुनाव में उसका सत्ता से बाहर होना तय है और समाजवादी सरकार बनने वाली है. इसलिए हड़बड़ी में डबल इंजन वाले जहां लोकतंत्री व्यवस्थाओं को धता बताते हुए मुख्यमंत्री को ही बनाए रखने का राग अलाप रहे हैं. वहीं पार्टी के अंदर उनके विरोध में स्वर उभरने लगे हैं. दो जिम्मेदार मंत्रियों ने कह दिया कि चुनाव बाद केन्द्र तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा? प्रदेश की राजनीति में यह हास्यास्पद स्थिति है!
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