दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ नें की मांग, कोरोना के कारण जाने गंवाने वालें शिक्षकों के आश्रितों को मिले नौकरी
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29जून। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण अनगिनत लोगों ने अपनी जान गंवाई है। लाखो बच्चें इस महामारी के दौरान अनाथ हो गए। कोरोना महामारी के दौरान कई ऐसे जाने गई है जिनके उपर पूरा परिवार आश्रित था। हालांकि अभी कोरोना के दैनिक मामलों से राहत मिल रही है लेकिन स्थिति अभी भी भयावह ही है। देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना से हजारों लोग मौत की नींद सो गए हैं।
पिछले एक महीने में दिल्ली विश्वविद्यालय के लगभग 35-36 शिक्षकों की मौत हो चुकी है। एक-एक कॉलेज से 3-3 शिक्षकों की मौत हुई है। ऐसा कोई कॉलेज नहीं है जहां किसी शिक्षक या छात्र की मौत न हुई हो। एडहॉक शिक्षकों को लेकर हमें संवेदना है: DUTA के उपाध्यक्ष डॉक्टर आलोक रंजन पांडेय pic.twitter.com/ChoiMdw0fM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 17, 2021
वहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष डॉक्टर आलोक रंजन पांडेय ने कहा कि पिछले एक महीने में दिल्ली विश्वविद्यालय के लगभग 35-36 शिक्षकों की मौत हो चुकी है। एक-एक कॉलेज से 3-3 शिक्षकों की मौत हुई है। ऐसा कोई कॉलेज नहीं है जहां किसी शिक्षक या छात्र की मौत न हुई हो। एडहॉक शिक्षकों को लेकर हमें संवेदना है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से हमारे जिन शिक्षकों की मौत हो रही है उसके लिए हमने दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की तरफ से कुलपति और मंत्रालय को पत्र भी लिखा है कि कम से कम उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दें।
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