चीन की बढ़ी मुश्किलें, पैंगोंग झील समेत लद्दाख में बनेंगे 4 नए एयरपोर्ट, 37 हेलीपैड बनाने की योजना

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्‍ली, 19जुलाई। भारत लद्दाख में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने की कोशिशों में जुटा हुआ है। यह इसलिए खास है कि पिछले करीब 15 महीने से लद्दाख के कई इलाकों में भारत का चीन के साथ मसला अभी भी नहीं सुलझा है। जबकि, दूसरी तरफ चीन तिब्बत के इलाके में अपने एयरबेस को लगातार बढ़ाने में लगा हुआ है। उनका अत्याधुनिकीकरण कर रहा है और छोटे-मोटे एयरस्ट्रिप्स को भी मिलिट्री के जंगी हवाई जहाजों और मिलिट्री साजो-सामान ढोने लायक विमानों को उतारने वाले रनवे में तब्दील कर रहा है। अब भारत भी पूरे लद्दाख क्षेत्र में 4 नए एयरपोर्ट और 37 हेलीपैड बनाने की योजना पर काम कर रहा है, जो कि इस केंद्र शासित प्रदेश में टूरिज्म को तो बढ़ावा देगा ही, साथ ही प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी वहां तक राहत सामग्री पहुंचाने में बड़ा काम आ सकता है।
लद्दाख में 4 नए एयरपोर्ट और 37 हेलीपैड बनाने की योजना इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट चीन को टेंशन में डाल सकता है। इसके मुताबिक भारत ने लद्दाख में चार नए एयरपोर्ट बनाने के लिए जमीन तलाश ली है, जिनपर भारी-भरकम हवाई जहाज भी उतारे जा सकते हैं। इनके अलावा लद्दाख में 37 हेलीपैड के भी निर्माण का काम अभी चालू है। ये हेलीपैड उन दर्जनों मिलिट्री इंस्टॉलेशन के अलावा हैं, जो दशकों से काम कर रहे हैं। नए हेलीपैड लद्दाख के उन दूर-दराज इलाकों में भी बनाए जा रहे हैं, जहां पहुंचना अभी तक बहुत ही मुश्किल रहा है।

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