राजस्थान में संरक्षित स्मारकों की सुरक्षा एवं रख-रखाव के प्रति गँभीरता से प्रयास करे केन्द्र सरकार- श्री नीरज डाँगी, राज्यसभा सांसद
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23जुलाई। राजस्थान से राज्यसभा सांसद श्री नीरज डांगी ने राज्यसभा में अतारांकित प्रश्न के माध्यम से राजस्थान में संरक्षित स्मारकों की सुरक्षा एंव रखाव, संरक्षित स्मारकों की कुल संख्या और विभिन्न स्थानों पर स्थित स्मारकों की विस्तृत जानकारी, विगत 3 वर्षो में उक्त स्मारकों की सुरक्षा और उनकी देख-रेख पर पर्यटन विभाग, भारत सरकार द्वारा किये गये व्यय की जानकारी चाही। इसी क्रम में राजस्थान के संरक्षित स्मारकों से अर्जित किये गये राजस्व एवं अर्जित होने वाले राजस्व को बढ़ाने हेतु भारत सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों का भी विस्तृत ब्यौरा मांगा।
श्री डाँगी के सवाल का जवाब देते हुए केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्री जय किशन रेड्डी ने बताया कि राजस्थान में कुल 163 केन्द्रीय रूप से संरक्षित स्मारक है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा उपलब्ध करवायी गयी जानकारी के अनुसार विगत 3 वर्षो में इनके रखरखाव पर 30.42 करोड रूपये का व्यय हुआ है। जिसका अधिकांश हिस्सा कर्मचारिर्यो के वेतन भत्तों पर खर्च हुआ है। इसके विपरीत इन स्मारकों से 19.42 करोड रूपये को राजस्व प्राप्त हुआ हैं। श्री डाँगी ने बताया की प्राप्त उत्तर से सरकार की इन संरक्षित स्मारको से राजस्व बढाने की कार्ययोजना का अभाव स्पष्ट झलकता है। राजस्व बढाने के लिए विभाग द्वारा प्राचीन स्थल भानगढ, आभानेरी बावडी और अजमेर की बारादरी पर पर्यटकों के लिए टिकट लगा कर खाना पूर्ती कर दी गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए की उक्त संरक्षित स्मारकों के रख-रखाव के प्रति गँभीरता से काम करे तथा राजस्थान की इन एैतिहासिक धरोहरों को सहेजकर पर्यटको के दृष्टीकोण से विकरित करने पर विशेष सहयोग सुनिश्चित करे।
श्री डाँगी ने एक अन्य प्रश्न के जरिये भारत सरकार के कला एवं संस्कृति मंत्री से विगत 5 वर्षो के दौरान सरकार द्वारा देश में भारतीय संस्कृति के संरक्षण- संवर्द्धन करने के लिए उठाये गयें कदमों की जानकारी चाही साथ ही उक्त अवधि के दौरान भारतीय संस्कृति के संवर्द्धन और इसके बारे में जागरूकता का सृजन करने के लिए तैयार किये कार्यक्रमों का ब्यौरा मांगा गया। प्रश्नों की श्रृंखला में श्री डांगी ने विगत 5 वर्षो के दौरान भारतीय संस्कृति के संवर्द्धन के प्रयोजन हेतु गैर-सरकारी संगठनों को जारी की गई धनराशि का राज्य एवं संघ शसित राज्य वार विस्तृत ब्यौरा मांगा।
श्री डाँगी के सवाल का जवाब देते हुऐ केंद्रिय मंत्री ने बताया कि भारत सरकार द्वारा ललित कला अकादमी, कला क्षेत्र प्रतिष्ठान आदि विभिन्न संस्थानों के माध्यम से दृश्य कला प्रदर्शन के संवर्द्धन का कार्य जाता है। श्री डाँगी ने बताया कि केंद्रिय मंत्री विगत 5 वर्षो के दौरान इस क्षैत्र मे गैर-सरकारी संगठनों को जारी की गई धनराशि एंव नये सांस्कृतिक संस्थानों की स्थापना की स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नही करवा पाये।
Comments are closed.