साड़ी पहनने पर इस रेस्टोरेंट ने महिला पत्रकार को नही दिया प्रवेश, एमसीडी ने लाइसेंस किया रद्द

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30सितंबर। राजधानी दिल्ली के साउथ में उस वक्त वबाल मच गया जब एक महिला पत्रकार ने एक रेस्तरां पर कथित तौर पर आरोप लगाया कि उस जगह पर मात्र साड़ी पहनने के कारण उसे प्रवेश नही दिया गया। यह खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैली और लोगों ने भी जमकर उस रेस्टोरेंट की आलोचना की।

अब खबर यह आ रही है कि साड़ी पहनकर आने पर उस महिला पत्रकार को जिस रेस्टोरेंट ने प्रवेश नही दिया था दक्षिण दिल्ली नगर निगम उस रेस्तरा का लाइसेंस रद्द कर दिया है। हालांकि कारण य़ह बताया कि रेस्तरा का लाइसेंस वैध नही था जिसकी वजह से उसका लाइसेंस रद्द किया गया है।

दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के महापौर मुकेश सूर्यन ने भी इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि रेस्तरां बंद हो गया है। सूर्यन ने कहा, “अकीला रेस्तरां बिना वैध लाइसेंस के चल रहा था। उसे हमने बंद किये जाने का नोटिस जारी किया, जिसके बाद अब वह बंद हो गया है। रेस्तरां निकाय से मंजूरी लिए बिना चल रहा था। इसलिए हम डीएमसी (दिल्ली नगर निगम) अधिनियम के तहत जुर्माना लगाने के प्रावधान समेत अन्य कार्रवाई की संभावना को भी तलाश रहे हैं।”

एसडीएमसी अधिकारियों ने बताया कि नोटिस 24 सितंबर को जारी किया गया था जिसमें कहा गया कि क्षेत्र के लोक स्वास्थ्य निरीक्षक ने 21 सितंबर को जांच में पाया कि प्रतिष्ठान बिना स्वास्थ्य व्यापार लाइसेंस के अस्वच्छ स्थिति में चल रहा था। रेस्तरां ने सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जा भी किया था। एसडीएमसी की ओर से जारी नोटिस में कहा गया, “लोक स्वास्थ्य निरीक्षक ने 24 सितंबर को फिर से स्थल का निरीक्षण किया और पाया कि उसी स्थिति में व्यवसाय चल रहा था। आपको यह नोटिस मिलने के 48 घंटे के भीतर व्यवसाय बंद करने का निर्देश दिया जाता है और ऐसा नहीं करने पर बिना कोई नोटिस जारी किये सीलिंग समेत उचित कार्रवाई की जा सकती है।”
रेस्तरां के मालिक ने 27 सितंबर को जवाब में कहा कि उनके रेस्तरा को तत्काल बंद कर दिया गया है और उसे एसडीएमसी ट्रेड लाइसेंस के बिना नहीं चलाया जाएगा।

क्या है साड़ी पहनने पर रेस्ता में प्रवेश नही मिलने का मामला

दरअसल पिछले सप्ताह एक फेसबुक पोस्ट में एक महिला पत्रकार ने दावा किया था कि उसे उस रेस्तरां में साड़ी पहनने की वजह से प्रवेश नही दिया गया। महिला पत्रकार ने अपने पोस्ट के साथ रेस्तरां के कर्मचारियों के साथ हुई नोकझोंक का वीडियो भी पोस्ट किया था। जिसकी सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई।
हालांकि बाद में रेस्तरा के मालिक ने एक और वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होनें दावा किया था कि महिला पत्रकार को प्रवेश देने की वजह वह नही जो दिखाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि दरअसल जब महिला पत्रकार रेस्तरा में आई थी, उस वक्त कोविड प्रोटोकाल के मुताबिक रेस्तरा में सख्या पूरी थी और ऐसी स्थिति में ग्राहकों को प्रवेश देना कोरोना प्रोटोकाल के नियम के विरूद्ध था। जिसके लिए गॉर्ड ने उन्हें प्रतिक्षा करने को कहा जिसके बाद महिला पत्रकार आक्रोशित हुई और जबरजस्ती रेस्तरा में जाने की कोशिश करने लगी इसी बीच हाथापाई जैसी स्थिति उत्पन्न हुई और महिला पत्रकार ने गॉर्ड को थप्पड जड़ दिया। यही कारण था कि उनको रेस्तरा में प्रवेश नही दिया गया।
लेकिन महिला पत्रकार ने इस मामलें को सोशल मीडिया पर गलत तरीके से वायरल किया और उनकी छवि खराब करने की कोशिश की।

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