समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 नवंबर। पेट्रोल और डीजल की कीमतें आज यानी दिवाली के दिन से 12 रुपये तक सस्ती हो गई है। दिवाली की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी की घोषणा की थी. कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले पर चुटकी ली है. कांग्रेस ने केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती किए जाने को हालिया उपचुनावों में ‘भाजपा की हार’ के कारण उठाया गया कदम करार दिया. कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम साल 2014 में यूपीए सरकार के समय की कीमत के बराबर होने चाहिए।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘टैक्सजीवी मोदी सरकार को सबक़ सिखाने के लिए देशवासियों को बधाई. प्रजातंत्र में ‘वोट की चोट’ से भाजपा को सच का आईना दिखा ही दिया.’ उन्होंने सवाल किया, ‘याद करें कि मई 2014 में जब पेट्रोल 71.41 रुपये व डीजल 55.49 रुपये प्रति लीटर था, तब कच्चा तेल 105.71 डॉलर प्रति बैरल था. आज कच्चा तेल 82 डॉलर प्रति बैरल है. 2014 के बराबर क़ीमत कब होगी?’
सुरजेवाला ने जोर देकर कहा, ‘कांग्रेस सरकार (संप्रग सरकार) के समय पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर था. मोदी सरकार में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 32.90 रुपये प्रति लीटर था जो आज 27.90 रुपये प्रति लीटर हुआ है. इसी तरह डीजल पर उत्पाद शुल्क 31.80 रुपये प्रति लीटर था जो अब 21.80 रुपये प्रति लीटर हुआ है. मोदी जी, जुमले नहीं चलेंगे, जो आपने बढ़ाया, वो सारा घटाओ।’
उन्होंने कहा, ‘प्यारे देशवासियों, मोदीनॉमिक्स के जुमले समझिए ! इस साल 2021 में पेट्रोल के दाम 28 रुपये और डीजल के दाम 26 रुपये बढ़ाए गए. देश में 14 सीटों पर उपचुनाव हारते ही पेट्रोल और डीजल के रेट को क्रमशः रुपये 5 और 10 रुपये घटाना भी प्रधानमंत्री का दिवाली का तोहफा हो गया है ? हे राम! हद है।’
टैक्सजीवी मोदी सरकार को सबक़ सिखाने के लिए देशवासियों को बधाई।
प्रजातंत्र में “वोट की चोट” से भाजपा को सच का आईना दिखा ही दिया।
याद करें-
मई 2014 में पेट्रोल ₹71.41 व डीजल ₹55.49 था, तब कच्चा तेल 105.71 डॉलर/बैरल था..आज कच्चा तेल $82 बैरल है..
2014 के बराबर क़ीमत कब होगी?
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 3, 2021
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