समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 2 दिसंबर। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं है, खासकर जब पार्टी 90 प्रतिशत से अधिक चुनाव हार गई हो।
एक ट्वीट में उन्होंने कहा, “कांग्रेस जिस आईडिया और स्पेस का प्रतिनिधित्व करती है, वह एक मजबूत विपक्ष के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं है, खासकर तब, जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90% से अधिक चुनाव हार गई हो।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेतृत्व को लोकतांत्रिक तरीके से तय करने दें।
इससे पहले भी प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, ‘जो लोग उम्मीद कर रहे हैं कि ग्रैंड ओल्ड पार्टी (जीओपी) यानी कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष लखीमपुर खीरी कांड से जल्दी वापसी करेगा, उन्हें निराशा होगी. दुर्भाग्य से, जीओपी की गहरी जड़ें और संरचनात्मक कमजोरी का कोई त्वरित समाधान नहीं है।
दरअसल, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने लखीमपुर खीरी पहुंचे थे. इस बीच, प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें सीतापुर गेस्ट हाउस में रखा गया जहां प्रियंका ने झाड़ू से कमरे की सफाई कर उनकी नजरबंदी का विरोध किया।
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