एयर इंडिया अब टाटा के हवाले, सरकारी हिस्सेदारी हुई शून्य    

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27 जनवरी। आखिरकार एयर इंडिया को टाटा ग्रुप को सौंप  दिया गया। इसके साथ ही एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया पूरी हो गई। खबरों के मुताबिक, एयर इंडिया में सरकार की पूरी हिस्सेदारी टाटा संस की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड  को ट्रांसफर कर दी गई है। भारतीय सरकार की एयर इंडिया में हिस्सेदारी अब कुछ भी नहीं है। आज से एयर इंडिया का नया मालिक टाटा ग्रुप है। इस मौके पर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि यह प्रक्रिया पूरी हो गई है। एयर इंडिया की घर वापसी से हम काफी खुश है। अब हमारी कोशिश इस एयरलाइन को वर्ल्ड क्लास बनाने की है। खबरों के मुताबिक, महाराजा की कमान संभालते ही टाटा ग्रुप सबसे पहले एयर इंडिया के लेट लतीफी वाले दाग को धुलेगा। टाटा ग्रुप की पहली कोशिश होगी कि एयर इंडिया की फ्लाइट का संचालन समय पर हो।

बदल जाएगा एयर इंडिया का रूप

इसके अलावा भी कई अन्य बदलावों पर विचार किया जा रहा है. इसमें सीटिंग अरेंजमेंट के साथ-साथ केबिन क्रू का ड्रेस कोड चेंज किया जाना शामिल है। टाटा ग्रुप का कारोबार होटल इंडस्ट्री में भी है। ऐसे में एयर इंडिया के मुसाफिरों को अच्छी क्वॉलिटी का खाना भी मिलेगा।

फ्लाइट में रतन टाटा की आवाज सुनाई देगी

एयर इंडिया के एक अधिकारी के मुताबिक, अब एयर इंडिया की सभी फ्लाइट में रतन टाटा का वॉयस रिकॉर्ड सुनाया जाएगा। बता दें कि अक्टूबर 2021 में टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी 18000 करोड़ में खरीदी थी। यह बोली टाटा सन्स की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से लगाई गई थी।

एसबीआई टाटा ग्रुप को देगा कर्ज

SBI के नेतृत्व में बैंकों का कंसोर्टियम टाटा ग्रुप को एयर इंडिया के संचालन के लिए लोन उपलब्ध करवाएगा। इस कंसोर्टियम में एसबीआई, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल है। यह कंसोर्टियम टाटा ग्रुप को टर्म लोन के साथ-साथ वर्किंग कैपिटल लोन भी उपलब्ध करवाएगा. टाटा ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने 8 अक्टूबर 2021 को 18000 करोड़ में एयर इंडिया को खरीदा था।

सरकार को 2700 करोड़ नकद मिलेंगे

इधर सरकार ने टाटा ग्रुप द्वारा एयर इंडिया के अधिग्रहण से पहले, गैर-प्रमुख संपत्तियों के हस्तांतरण के लिए राष्ट्रीय एयरलाइन और विशेष प्रयोजन इकाई ‘एआईएएचएल’ के बीच समझौते को अधिसूचित किया है। टाटा ग्रुप 2700 करोड़ रुपए नकद चुकाएगा और एयरलाइन का 15300 करोड़ रुपए का कर्ज अपना लेगा। सौदे में एयर इंडिया एक्सप्रेस और उसकी इकाई एआईएसएटीएस की बिक्री भी शामिल है।

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