समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 फरवरी। पटना को पूर्वी राज्यों से जोड़ने वाला एक नया जलमार्ग मिल गया है। यह जलमार्ग पटना से कोलकाता बंदरगाह होते हुए असम तक है। शनिवार को पटना से दो सौ टन चावल लेकर मालवाहक जहाज (कार्गो) असम के पांडु (गुवाहाटी) के लिए रवाना हुआ। केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्वानंद सोनवाल ने गायघाट से इसे हरी झंडी दिखायी। भागलपुर, फरक्का, कोलकाता और त्रिवेणी होते हुए 2350 किमी की दूरी तय कर ट्रायल के रूप में भेजा गया एमवी लालबहादुर शास्त्री नाम का यह कार्गो करीब 25 दिनों में पांडु पहुंचेगा। इस दौरान प्रोटोकॉल रूट के तहत यह कार्गो बांग्लादेश में 900 किमी का सफर तय करेगा। इसके बाद यह असम के डुमरी बॉर्डर से फिर भारत में प्रवेश करेगा। यहां से 250 किमी की दूरी तय कर कार्गो पांडु पहुंचेगा।
78 करोड़ रुपये की लागत से बंदरगाह बनेगा
बिहार के सारण जिले के कालूघाट में करीब 78 करोड़ रुपये की लागत से बंदरगाह बनेगा। अगले साल दिसंबर तक इसका निर्माण करने का लक्ष्य है। यह बंदरगाह शुरू होने से कोलकाता बंदरगाह से कार्गो जहाज व्यापारिक वस्तुओं को लेकर यहां से होकर नेपाल जा सकेंगे। शनिवार को इसका शिलान्यास केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्वानंद सोनेवाल व केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पटना के गायघाट से किया। इस मौके पर उन्होंने भारतीय खाद्य निगम का 200 मीट्रिक टन खाद्यान्न पटना से पांडु (गुवाहाटी) के लिए हरी झंडी दिखाकर पटना के गायघाट स्थित बंदरगाह से रवाना किया। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल और बांग्लादेश के मंत्री खालिद महमूद चौधरी ने भी संबोधित किया।
आत्मनिर्भर भारत का यही बड़ा कदम : सोनेवाल
इस समारोह का आयोजन इनलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने किया था। इस दौरान केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि गंगा के जलमार्ग को सशक्त बनाने की है। योजना के तहत गुवाहाटी जलमार्ग से इसे जोड़ा गया है। आत्मनिर्भर भारत के लिए यह बड़ा कदम है। इससे भारत व बांग्लादेश के बीच संबंध और मजबूत होगा। वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कालूघाट बंदरगाह बनने से करीब 2350 किमी का जलमार्ग उपलब्ध होगा। यह उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए बेहतर नया मार्ग साबित होगा।
सांसद रविशंकर प्रसाद और राजीव प्रताप रूडी भी रहे मौजूद
समारोह को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, सांसद रवि शंकर प्रसाद व राजीव प्रताप रूडी और विधायक नंदकिशोर यादव ने भी संबोधित करते हुए इसे ऐतिहासिक कदम बताया। इन नेताओं ने कहा कि एशिया फेम मारूफगंज मंडी में भी बहुत पहले जलमार्ग से व्यापारिक कामकाज होता था। कार्यक्रम के दौरान पोर्ट्स, शिपिंग, वाटरवे और टूरिज्म के केंद्रीय राज्यमंत्री श्रीपाद नायक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रविशंकर प्रसाद, सांसद सुशील कुमार मोदी, सांसद राजीव प्रताप रूडी, विधायक नंद किशोर यादव मौजूद रहे।
‘गेटवे ऑफ नॉर्थ ईस्ट‘ के लिए एक नया द्वार खुलेगाः गोयल
केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, वस्त्र तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि पटना (बिहार) से पांडु (गुवाहाटी) तक जहाज पर खाद्यान्न की पायलट आवाजाही से ‘गेटवे ऑफ नॉर्थ ईस्ट’ के लिए एक नया द्वार खुलेगा। पटना से पांडु तक खाद्यान्न ले जा रहे एमवी लाल बहादुर शास्त्री जहाज को झंडी दिखाकर रवाना करने और कलुघाट (बिहार) में टर्मिनल के शिलान्यास के अवसर पर आज वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए श्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह 2,350 किलोमीटर की यात्रा ‘गेटवे ऑफ नॉर्थ ईस्ट’ (असम) का नया द्वार खोलेगी और गंगा तथा ब्रह्मपुत्र नदियों के माध्यम से पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए निर्बाध जलमार्ग कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि ‘एमवी लाल बहादुर शास्त्री’ नामक जहाज को झंडी दिखाकर रवाना करने से मुझे शास्त्री जी के ‘जय जवान जय किसान’ के नारे की याद आ जाती है।
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