राष्ट्रीय महिला आयोग ने मणिपुर में आयोजित किया क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम

समग्र समाचार सेवा
मणिपुर, 6जुलाई। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मणिपुर की महिला व्यापारियों के समग्र विकास और उनके लिए अधिक से अधिक उद्यमशीलता के अवसरों का सृजन करने के लिए राज्य महिला आयोग के सहयोग के लिए एक दिवसीय ‘क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम’ आयोजित किया। इस अवसर मणिपुर के मुख्यमंत्री श्री एन. बीरेन सिंह, समाज कल्याण मंत्री श्री हेखम डिंगो सिंह और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष सुश्री रेखा शर्मा की गरिमामय उपस्थिति रही।

मणिपुर की इमा कीथेल को एशिया का सबसे बड़ा महिला बाजार कहा जाता है, जहां बड़ी संख्या में महिलाएं अपने-अपने स्टॉलों का प्रबंधन करती हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में आयोग के कार्यक्रमों के अनुपालन में राष्ट्रीय महिला आयोग ने तीन इमा कीथल की महिला व्यापारियों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया ताकि उनकी आजीविका, सामाजिक सुरक्षा और जीवन की समग्र गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके।

मणिपुर के मुख्यमंत्री श्री एन. बीरेन सिंह ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया और महिला प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के लिए एनसीडब्ल्यू कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि सात और इमा बाजारों का निर्माण किया गया है और एक बाजार का जल्दी ही निर्माण किया जाएगा।

अपने संबोधन में एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष सुश्री रेखा शर्मा ने कहा कि मणिपुर के सभी क्षेत्रों में महिलाओं की उपस्थित दर्ज हो रही है और उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि वे सब कुछ और कुछ भी संभाल सकती हैं। उन्होंने कहा कि हम यह चाहते हैं कि मणिपुर की महिलाएं अपने उत्पादों को ई-मार्केट में भी बेचें। यहां की महिलाओं को मणिपुर तक ही अपने उत्पादों को सीमित नहीं रखना चाहिए। दुनिया बदल रही है और महिलाओं को प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूक होना चाहिए ताकि उनके उत्पाद दुनिया में कहीं भी पहुंच सकें। हम उन्हें ई-कॉमर्स और अन्य प्रौद्योगिकी में उड़ान भरने और प्रशिक्षित होने के लिए सुविधा उपलब्ध कराएंगे ताकि दुनिया को उनके उत्पादों के बारे में पता चल सके।

आयोग ने विभिन्न सरकारी विभागों और बैंकिंग क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों को ई-कॉमर्स, बैंकिंग, कर कानूनों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर महिलाओं को जानकारी देने और शिक्षित करने के लिए संसाधन व्यक्तियों के रूप में आमंत्रित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को तीन तकनीकी सत्रों में विभाजित किया गया था। पहला सत्र ‘प्रासंगिक बैंकिंग योजनाओं का ज्ञान और ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग कैसे करें’ विषय पर आधारित था जबकि दूसरा सत्र ‘कर कानूनों/जीएसटी कानूनों और कर अनुपालनों का ज्ञान’ विषय पर और तीसरा सत्र ‘ई-कॉमर्स प्रदर्शन’ विषय पर था।
https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1839379

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