आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी में बाढ़ का खतरा बरकरार

समग्र समाचार सेवा
अमरावती, 14 जुलाई। आंध्र प्रदेश के राजामहेंद्रवरम के पास दोवालेस्वरम बैराज में बृहस्पतिवार को सुबह पानी की मात्रा बढ़कर 15.52 लाख क्यूसेक हो गई और बाढ़ का खतरा बरकरार है।
पड़ोसी तेलंगाना के भद्राचलम में नदी में पानी 17 लाख क्यूसेक के चिह्न को पार कर गया है तथा सर आर्थर कॉटन बैराज में भी शाम तक पानी का प्रवाह बढ़ने की उम्मीद है।
विशेष मुख्य सचिव (राजस्व आपदा प्रबंधक) जी. साई प्रसाद ने बताया कि बृहस्पतिवार को शाम तक बैराज के लिए तीसरी चेतावनी जारी की जा सकती है।

साई प्रसाद और जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव शशि भूषण कुमार यहां राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
प्रसाद ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के सात दलों को अल्लूरी सीताराम राजू, पश्चिमी तथा पूर्वी गोदावरी और एलुरु जिलों में बचाव एवं राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया है।

साई प्रसाद ने कहा, एनडीआरएफ की सात टीमें और एसडीआरएफ की चार टीमें अल्लूरी सीताराम राजू, कोनसीमा, पश्चिम और पूर्वी गोदावरी जिलों और एलुरु जिले में बचाव और राहत कार्यों के लिए तैनात की गई हैं।
अल्लूरी सीताराम राजू, कोनसीमा और एलुरु जिलों में राहत शिविरों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के हजारों लोगों ने पनाह ले रखी है।

गोदावरी के मार्ग से लगे द्वीपीय गांवों का सड़क संपर्क कटा रहा।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक बी आर अंबेडकर ने एक विज्ञप्ति में कहा, “बाढ़ बढ़ने के कारण निचले इलाकों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सतर्क रहना चाहिए। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आधिकारिक तंत्र को अलर्ट पर रखा गया है।”

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