राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए सोमवार को शांतिपूर्वक संपन्न हुआ मतदान

 राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल की सूची में शामिल कुल 4796 निर्वाचकों में से 99 प्रतिशत से भी अधिक निर्वाचकों ने आज मतदान किया

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19जुलाई। भारत के सर्वोच्च निर्वाचित पद, राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान सोमवार को संसद भवन और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली एवं केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की विधानसभा सहित राज्य विधानसभाओं के 30 मतदान स्थलों में से प्रत्येक में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। भारतीय गणराज्य के राष्ट्रपति पद का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण चुनावों में से एक है, जिसका संचालन भारत निर्वाचन आयोग भारतीय संविधान के अनुच्छेद 324 के अधिदेश के तहत करता है। 16वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए दो प्रत्‍याशी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू और श्री यशवंत सिन्हा थे। इसके लिए मतदान 31 स्थानों पर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच हुआ।
संविधान के अनुच्छेद 54 के अनुसार भारत में राष्ट्रपति का चुनाव एक निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता है, जिनमें (अ) संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य और (बी) सभी राज्यों (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी सहित) की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी सहित संसद के किसी भी सदन या राज्यों की विधानसभाओं के लिए मनोनीत सदस्य निर्वाचक मंडल में शामिल होने के पात्र नहीं हैं।

राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनाव नियम, 1974 के नियम 40 के तहत भारत निर्वाचन आयोग को निर्वाचक मंडल के सदस्यों की एक सूची बनाकर रखने की जरूरत होती है। इस सूची में राज्य सभा, लोकसभा के निर्वाचित सदस्यों और राज्यों की विधानसभाओं, दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और पुडुचेरी के संघ शासित प्रदेश के निर्वाचित सदस्यों के नाम इसी क्रम में होते हैं। जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 8 के तहत अयोग्यता संबंधी सक्षम न्यायालय के फैसले के बाद दो सदस्य श्री अनंत कुमार सिंह और श्री महेंद्र हरि दलवी आज चुनाव में मतदान करने के पात्र नहीं थे। इसके अलावा राज्यसभा में 05 और राज्य विधानसभाओं में 06 रिक्तियां हैं। इसलिए इस राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेने के लिए निर्वाचक मंडल की सूची में कुल 4,796 निर्वाचक थे।

नई दिल्ली में संसद भवन में कमरा संख्या 63 और सभी राज्य विधान सभा सचिवालयों [राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी सहित] में अन्य 30 मतदान केंद्रों को मतदान के स्थान के रूप में निर्धारित किया गया था। संसद सदस्यों ने नई दिल्ली में मतदान किया और राज्य विधान सभाओं के सदस्यों, जिनमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की विधान सभाओं के सदस्य शामिल हैं, उन्होंने प्रत्येक विधान सभा में नियत स्थान पर मतदान किया। हालांकि, आयोग द्वारा किसी भी संसद सदस्य/विधान सभा के सदस्य को उनके लिए निर्धारित मतदान केंद्र के अलावा किसी अन्य मतदान केंद्र पर मतदान करने की सुविधा भी प्रदान की गई थी। इस मुताबिक 44 सांसदों को राज्य मुख्यालय में, 09 विधायकों को संसद भवन में और 02 विधायकों को अन्य राज्य मुख्यालयों में मतदान करने की अनुमति दी गई थी।

प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, मतदान करने के योग्य कुल 771 संसद सदस्यों में से (05 रिक्त) और मतदान करने के योग्य विधानसभाओं के कुल 4025 सदस्यों में से (06 रिक्त और 02 अयोग्य घोषित), 99 प्रतिशत से ज्यादा ने अपने वोट आज डाले। हालांकि छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम, पुडुचेरी, सिक्किम और तमिलनाडु से विधायकों द्वारा 100 प्रतिशत मतदान करने की सूचना मिली।

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