बड़ा खुलासा: झारखंड के 500 सरकारी स्कूलों में था उर्दू स्कूल के नियम, रविवार की जगह शुक्रवार को होता था साप्ताहिक अवकाश
समग्र समाचार सेवा
रांची, 2अगस्त। झारंखंड से एक मामला सामने आया है जो वाकई हैरान करने वाला है। वैसे तो सामान्यत: स्कूलो और सरकारी कार्यालयों में हम साप्ताहिक अवकाश रविवार को ही मनाते है लेकिन झारखंड ऐसा राज्य जहां कुछ स्कूलों में साप्ताहिक अवकाश रविवार की जगह शुक्रवार को मनाया जा रहा है। शुक्रवार को अवकाश इसलिए मनाया जाता है कि इसमें एक विशेष समुदाय के लिए शुक्रवार के दिन का विशेष मान होता है।
झारखंड के प्राथमिक शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी करके उन सभी स्कूलों से ‘उर्दू’ शब्द हटाने को कहा है जो उर्दू विद्यालयों के रूप में अधिकृत नहीं है। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा ने ये निर्देश जारी किया है। आदेश में कहा गया कि झारखंड में सिर्फ अधिसूचित उर्दू स्कूलों में ही उर्दू लिखा रहेगा।
Jharkhand | Primary Education Dept orders to remove 'Urdu' word from such schools which aren't notified as Urdu schools.
The weekly off of such schools must be only on Sunday, not on Friday. Dept also orders that morning prayer in non-Urdu schools to be retained as in past. pic.twitter.com/uETLoPFKvd
— ANI (@ANI) August 2, 2022
इसके अलावा उर्दू स्कूलों में ही शुक्रवार की छुट्टी रहेगी। गैर अधिसूचित उर्दू स्कूलों में साप्ताहिक छुट्टी रविवार को ही रहेगी। कहा गया कि किसी भी हालात में गैर उर्दू स्कूलों में रविवार को शैक्षणिक गतिविधि नहीं की जाएंगी। वहीं व्यवस्था के अनुरूप स्कूल संचालन में बाधा डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि झारखंड के 16 जिलों में 500 से ज्यादा सरकारी स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को साप्ताहिक छुट्टी का फरमान लागू कर दिया गया था। स्थानीय ग्रामीणों के दबाव और स्थानीय विद्यालय प्रबंध कमेटियों ने अपने स्तर से यह फैसला ले लिया था। ऐसे सभी स्कूल मुस्लिम बहुल इलाकों में स्थित हैं। सबसे हैरान करने वाली बात यह कि शिक्षा विभाग के अफसर इससे पूरी तरह बेखबर रहे।
दो हफ्ते पहले मीडिया में जामताड़ा, गढ़वा और कुछ अन्य जिलों के कई स्कूलों में लागू किए गए इस फरमान के बारे में खबरें छपीं तो राज्य सरकार ने सभी जिलों से इस बाबत रिपोर्ट मंगाई।
शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के 16 जिलों में कुल 519 ऐसे स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी लागू की गई थी। इनमें से कुछ स्कूलों में तो यह व्यवस्था राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के वक्त में ही स्थानीय स्तर पर बहाल कर दी गई थी। शिक्षा विभाग ने जिलों से जो रिपोर्ट मंगाई है, उसमें यह खुलासा हुआ है कि 427 सामान्य स्कूलों के नाम के आगे उर्दू स्कूल जोड़ दिया गया।
देवघर में सबसे ज्यादा 156 सामान्य स्कूलों के आगे उर्दू जोड़ा गया था। इसी तरह गोड्डा में 88, गिरिडीह में 67, पलामू के 50 स्कूलों और जामताड़ा में 14 स्कूलों के नाम में उर्दू जोड़ा गया था. यहां तक कि राजधानी रांची से सटे दो सामान्य स्कूलों के नाम के आगे उर्दू स्कूल जोड़ दिया गया था।
राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने पिछले ही हफ्ते सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से रविवार की छुट्टी बहाल करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सरकार का आदेश ना मानने वाले स्कूलों के प्रधानाचार्यों के खिलाफ कार्रवाई भी करने को कहा है। इसके अलावा अपने स्तर से स्कूलों की छुट्टी के दिन में बदलाव और सामान्य स्कूलों के नाम के आगे उर्दू स्कूल जोड़ने का फैसला लेने वाली विद्यालय प्रबंध कमेटियों को भंग करने का भी आदेश दिया गया है।
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