समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 31अगस्त। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मुख्यालय के सामने स्थित कुछ अस्थाई अवैध दुकानों को नगर निगम की टीम ने बुधवार को बुलडोजर चलाकर ढहा दिया. ढहाई गई दुकानें सपा के राज्य मुख्यालय के सामने स्थित थीं. इनमें से ज्यादातर दुकानों पर सपा के बैनर, पोस्टर और प्रचार सामग्री आदि बेची जाती थी.
सपा दफ्तर के सामने बनी ये अस्थाई दुकानें अवैध रूप से स्थापित की गई थीं. उन्हें हटाने के लिए 6 महीने पहले से नोटिस भेजे जा रहे थे, लेकिन इन्हें हटाया नहीं जा रहा था.
लखनऊ नगर निगम के जोनल अधिकारी राजेश सिंह ने बताया कि विक्रमादित्य मार्ग पर सपा दफ्तर के सामने बनी ये अस्थाई दुकानें अवैध रूप से स्थापित की गई थीं. उन्हें हटाने के लिए छह महीने पहले से नोटिस भेजे जा रहे थे. मगर नहीं हटाए जाने पर आज नियमित कार्रवाई के दौरान उन्हें बुलडोजर चलाकर ढहा दिया गया.
Uttar Pradesh | Lucknow Municipal Corporation runs bulldozer over illegal encroachment outside Samajwadi Party office pic.twitter.com/tG6jVcnPDr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 31, 2022
नगर निगम के जोनल अधिकारी ने बताया कि दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने के लिए समय दिया गया था और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पहले उसका ऐलान भी कराया गया था. सिंह ने कहा कि ये दुकानें सपा दफ्तर और रेलवे के अधिकारियों के बंगलों के बीच फुटपाथ पर बनाई गई थीं, जिनकी वजह से अक्सर वहां यातायात जाम की स्थिति उत्पन्न होती थी.
बता दें कि ढहायी गई दुकानें मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय के सामने स्थित थीं. इनमें से ज्यादातर दुकानों पर सपा के बैनर, पोस्टर और प्रचार सामग्री इत्यादि बेची जाती थी और यह दुकानें वर्ष 2001 से यहां चल रही थीं.
ढहायी गई एक दुकान का मलबा हटाने में मदद कर रहे युवक मनोज ने बताया कि दुकान मालिक को पैसे जमा करने के लिए नगर निगम की तरफ से नोटिस भेजे जा रहे थे. उसने कहा, ‘हम पैसे जमा करने को तैयार थे, लेकिन आज यह कार्रवाई कर दी गई.’
नगर निगम की इस कार्रवाई के विरोध में सिर मुंडवाने वाली एक दुकानदार आयुषी श्रीवास्तव ने इस कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण बताते हुए कहा कि आखिर सड़क के दूसरी तरफ की दुकानों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई.
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