गहलोत के दो मंत्रियों और RTDC चेयरमैन को कांग्रेस ने जारी किया कारण बताओ नोटिस

समग्र समाचार सेवा
जयपुर, 28सितंबर। राजस्थान के सियासी संकट में मंगलवार रात को कांग्रेस पार्टी की ओर से तीन नेताओं को नोटिस जारी किए जाने से हलचल पैदा हो गई। दिल्ली से जयपुर आए ऑब्जर्वर की रिपोर्ट पर कांग्रेस आलाकमान एक्शन मोड में है। अनुशासन समिति के राजस्थान कांग्रेस में हुए उपद्रव को गंभीर माना है। विधायक दल की बैठक से पहले यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर हुई मीटिंग को सही नहीं माना और इसे अनुशासनहीनता की श्रेणी में माना। मल्लिकार्जुन खड़के और अजय माकन की रिपोर्ट के बाद गहलोत सरकार के दो मंत्रियों शांति धारीवाल और डॉ. महेश जोशी को नोटिस जारी किया गया है। साथ ही इस घटनाक्रम के सूत्रधार आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ को भी नोटिस भेजा गया है। इन्हें 10 दिन के भीतर जवाब देना होगा। उधर, डॉ. जोशी ने नोटिस को लेकर कहा है कि उन्हें अभी तक नोटिस नहीं मिला है, लेकिन उन्हें नोटिस मिला है तो उसका उचित जवाब आलाकमान तक पहुंचाएंगे।

रविवार 25 सितंबर को जयपुर में हुए घमासान पर पर्यवेक्षेक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन काफी नाराज हुए। अजय माकन को मुख्यमंत्री से बिना बात हुए हुए ही होटल से निकल गए और एयरपोर्ट चले गए। मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी मुख्यमंत्री को कॉल करके होटल मेरियट में बुलाकर मुलाकात की। उन्होंने गहलोत से कहा कि जो अपीसोड हुआ, वह ठीक नहीं हुआ। गहलोत ने इस पूरे प्रकरण में खुद का कोई रोल नहीं होना बताया। बाद में दिल्ली पहुंचकर खड़गे और माकन ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी। सोनिया ने लिखित में रिपोर्ट मांगी। लिखित रिपोर्ट दिए जाने से बाद धारीवाल, जोशी और राठौड़ को नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया।

राजस्थान के घटनाक्रम को लेकर अनुशासन समिति के अध्यक्ष एके एंटोनी को दिल्ली बुलाया गया है। अजय माकन द्वारा दी गई रिपोर्ट का एंटोनी अध्ययन करेंगे। एक तरफ ऐसी खबरें आ रही है कि माकन की रिपोर्ट पर एंटोनी एक्शन ले सकते हैं। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है नोटिस जारी करना और 10 दिन में जवाब मांगने से ऐसा लगता है कि यह मामला अब ठंडे बस्ते में जा रहा है। चूंकि अभी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में आगामी एक दो दिन में इस प्रकरण में कई नए मोड़ भी सामने आ सकते हैं।

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