समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6अक्टूबर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और डॉ सुदेश धनखड़ ने दशहरा पर नई दिल्ली के लाल किला मैदान में श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित दशहरा समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में धनखड़ ने कहा कि भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद दिल्ली में यह उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम है और वे सभी के द्वारा प्रकट किए गए स्नेह और लगाव से अभिभूत हैं।
उन्होंने कहा कि राम राज्य का तात्पर्य वर्तमान संदर्भ में यह है कि आज राक्षसी और विनाशकारी शक्तियां पराजित हो रही हैं और अच्छाई उनको हराते हुए अपना प्रभुत्व स्थापित कर रही है।
माननीय उपराष्ट्रपति, श्री जगदीप धनखड़ एवं डॉ. सुदेश धनखड़ आज दिल्ली में लाल किले के मैदान में आयोजित दशहरा उत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर माननीय पूर्व राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविंद जी, दिल्ली के माननीय उप-राज्यपाल, श्री वी के सक्सेना जी एवं अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे। pic.twitter.com/BFS7gBHURs
— Vice President of India (@VPSecretariat) October 5, 2022
रामलीला के आयोजकों द्वारा उपराष्ट्रपति को गदा भेंट की गई और उन्होंने शांति के प्रतीक सफेद कबूतरों को भी खुले आकाश में छोड़ा। तत्पश्चात, उन्होंने एक धनुष धारण किया और प्रतीकात्मक रूप से इस अवसर पर रावण के पुतले का दहन करने के लिए एक तीर चलाया।
श्री धनखड़ ने श्री धार्मिक लीला समिति को 100 गौरवशाली वर्ष पूरे करने पर बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने समिति द्वारा प्रकाशित रामलीला स्मारिका का विमोचन भी किया।
इस पावन अवसर पूर्व राष्ट्रपति, श्री राम नाथ कोविंद, दिल्ली के उपराज्यपाल, श्री वीके सक्सेना, सांसद डॉ हर्षवर्धन और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
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