भारत और आसियान को इस क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए:रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री और उनके कंबोडियाई समकक्ष ने सिएम रीप में पहली बार भारत-आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता की
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23नवंबर।वर्ष 2022 में भारत-आसियान संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मनाने के लिए कंबोडिया के सिएम रीप में आज भारत-आसियान रक्षा मंत्रियों की पहली बैठक आयोजित की गई, जिसे ‘आसियान-भारत मैत्री वर्ष’ के रूप में भी मनोनीत किया गया है। बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री व राष्ट्रीय रक्षा मंत्री जनरल टी बान ने की। यह कार्यक्रम कल होने वाली 9वीं आसियान-रक्षा मंत्रियों की बैठक (एडीएमएम) प्लस से पहले आयोजित हुआ।
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में आसियान देशों के साथ भारत के ऐतिहासिक एवं मजबूत संबंधों का उल्लेख किया। भारत-आसियान संबंध हाल ही में 12 नवंबर, 2022 को कंबोडिया में आयोजित आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के दौरान व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ चुके हैं।
श्री राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में आसियान की केंद्रीयता भारत की एक्ट ईस्ट नीति की आधारशिला है। श्री सिंह ने अपनी तरह की पहली भारत-आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान भारत-आसियान रक्षा संबंधों के दायरे एवं गहराई को और बढ़ाने के लिए दो प्रमुख पहल करने का प्रस्ताव दिया। रक्षा मंत्री द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रमों में से एक ‘संयुक्त राष्ट्र के पीस कीपिंग ऑपरेशंस में महिलाओं के लिए भारत-आसियान पहल’ है, जिसमें भारत में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना केंद्र में आसियान सदस्य देशों की महिला शांति सैनिकों के लिए आवश्यकतानुसार तैयार किये गए पाठ्यक्रम का संचालन और संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना चुनौतियों के पहलुओं को शामिल करते हुए आसियान की महिला अधिकारियों के लिए भारत में ‘टेबल टॉप अभ्यास’ का आयोजन करना शामिल है। रक्षा मंत्री ने स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए शांति मिशनों में महिला अधिकारियों के महत्व का उल्लेख किया।
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