गुस्ताखी माफ़ हरियाणा।
पवन कुमार बंसल।
गृह मंत्री अनिल विज , पुलिस महानिदेशक प्रशांत अग्रवाल और पानीपत के एस पी शंशांक कुमार सावन का शुक्रिया।
झूठी शिकायत पर मुअत्तल हुए पानीपत के थानेदार बलराज यादव बहाल। जाँच पर निर्दोष पाए गए।
‘गुस्ताखी ‘ माफ़ हरियाणा ‘ ने बलराज से हुई ज्यादती का मामला प्रमुखता से उठाया था।
यही नहीं अनिल विज के दरबार में थानेदार बलराज की एम्बुलेंस चलाने के लिए पैसा मांगने की झूठी शिकायत करने वाले अमरजीत के खिलाफ भी जांच शुरू हो गयी है। उसके खिलाफ पहले ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज है।
अमरजीत ने विज के जनता दरबार में पेश होकर बलराज के खिलाफ आरोप लगाकर सनसनी पैदा
कर दी थी। विज ने पुलिस महानिदेशक को बलराज को मुअत्तल करने का आदेश दिया था लेकिन बाद में असलियत पता लगने पर पासा पलट गया।
पानीपत के ए एस पी विजय कुमार की जांच में निर्दोष पाए जाने पर बलराज को बहाल कर अब इसराना थाने का इंचार्ज लगाया गया है।
विज के फैसले से पुलिस बल का मनोबल प्रभावित हुआ था।
विज को बिन मांगी सलाह:
विज साहिब को चाहिए की वो फरियादी की शिकायत सुन पर अपना ब्लड प्रेशर बढ़ाये बिना कूल रह कर तुरंत अपने स्तर पर एक्शन लेने की बजाय संभंधित पुलिस अधीक्षक को मामले की जाँच कर एक्शन लेने का निर्देश दे।
दुमछल्ला:
पैंतालीस वर्ष पहले तत्कालीन चीफ मिनिस्टर देवी लाल ने भिवानी के पुलिस अधीक्षक स्वदेश कुमार सेठी को बिना वजह मंच से मुअत्तल करने का आदेश दे दिया था और देवीलाल की काफी किरकिरी हुई थी। असल में सेठी ने देवीलाल के किसी गलत आदेश को नहीं माना था सो इससे खफा होकर उन्होंने भिवानी में एक मंच से सेठी की मुअत्तली का आदेश दे दिया। आधार बनाया की पुलिस चोरी का एक मामला ट्रेस नहीं कर पाई है। यह अलग बात है के तब आई पी एस लॉबी की नाराजगी के चलते देवीलाल का वो आदेश लागू नहीं हुआ। देवीलाल के पुलिस को लेकर कई किस्से मेरी शीघ्र आने वाली किताब ‘खाकी के सबरंगे किस्से में पढ़ने को मिलेंगे। देवी लाल ही नहीं भजन लाल ,बंसी लाल , ओमप्रकाश चौटाला और भूपिंदर हूडा के पुलिस से अनुभव के किस्से भी किताब में होंगे।
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