जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा 4 मार्च 2023 को झारखंड के सरायकेला में ऑटोमोटिव कौशल विकास परिषद द्वारा आयोजित विशाल रोजगार मेले का उद्घाटन करेंगे
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 मार्च।केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा 4 मार्च, 2023 को झारखंड में सरायकेला जिले के काशी साहू कॉलेज में ऑटोमोटिव कौशल विकास परिषद (एएसडीसी) द्वारा आयोजित अप्रेंटिसशिप रोजगार मेला (जॉब फेयर) में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में इसका शुभारंभ करेंगे।
विशाल रोजगार मेला का आयोजन सार्वजनिक निजी भागीदारी का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा। इस मेगा जॉब फेयर में अग्रणी ऑटोमोटिव कंपनियों के भाग लेने की संभावना है, जो जनजातीय युवाओं को दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों के लिए प्रशिक्षित तकनीशियन बनाने के उद्देश्य से नौकरी के अवसर प्रदान करेंगी। रोजगार मेले में आसपास के इलाकों से हजारों जनजातीय उम्मीदवारों के शामिल होने की उम्मीद है।
बड़ी संख्या में नौकरी प्रदान करने का यह कार्यक्रम झारखंड में छात्रों और ऑटोमोटिव क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन सिद्ध होगा। रोजगार मेला जनजातीय विद्यार्थियों को अपने कौशल का प्रदर्शन करने तथा कंपनियों को अपनी इकाइयों के लिए सही उम्मीदवार खोजने का एक मंच प्रदान करेगा, जिससे जनजातीय युवाओं को कुशल और प्रतिष्ठित संगठनों के साथ काम करते हुए अपनी तरक्की के लिए बेहतर अवसर मिलेंगे।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सितंबर 2022 में भी इसी तरह के उम्मीदवार भर्ती अभियान का आयोजन किया गया था। इस दो दिवसीय भर्ती अभियान का आयोजन खूंटी, सरायकेला, चाईबासा और सिमदेगा में हुआ था। खूंटी की 488 लड़कियों में से कुल 387, सरायकेला की 331 लड़कियों में से 152, सिमदेगा की 1071 लड़कियों में से 846 और चाईबासा की 715 लड़कियों में से 513 ने भर्ती अभियान में अर्हता प्राप्त की और उन्हें तमिलनाडु में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के होसुर प्लांट में नियुक्त किया गया था।
माननीय प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित किये गए सेवा पखवाड़ा के दौरान जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा के अथक प्रयासों से यह अभियान शुरू किया गया था। इस पहल को बहुत सराहनीय प्रतिक्रिया मिली थी और जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों से 2600 से अधिक लड़कियों एवं युवतियों ने भर्ती अभियान में भाग लिया, जिनमें से 1898 लड़कियों को 2 दिन में ही चुन लिया गया।
आशा व्यक्त की जा रही है कि भविष्य में झारखंड और देश के अन्य जनजातीय क्षेत्रों में ऑटोमोटिव क्षेत्र के विकास का सहयोग करने के लिए इसी तरह के आयोजन किए जाएंगे।
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