इंद्र वशिष्ठ
नई दिल्ली, पाकिस्तान की सरजमीं से सक्रिय आतंकवादियों की कश्मीर स्थित संपत्तियों को कुर्क करने की एनआईए की कार्रवाई जारी है.
एनआईए ने पाकिस्तान में छिपे बैठे आतंकवादी बासित अहमद रेशी पुत्र मोहम्मद रमजान रेशी की जिला बारामूला की संपत्ति कुर्क की है. यह कार्रवाई अल- उमर मुजाहिदीन के संस्थापक और मुख्य कमांडर मुश्ताक जरगर उर्फ लटरम की श्रीनगर स्थित संपत्ति की कुर्की के बाद की गई है।
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि,बासित अहमद रेशी गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम ( यूएपीए) के तहत एक ‘सूचीबद्ध आतंकवादी’ है. वह पाकिस्तान जाने के बाद से पाकिस्तान से ही आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। वह कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों और कृत्यों के लिए धन मुहैया कराता पाया गया है.
बासित अहमद रेशी 2015 में उग्रवादी बन गया था.
पुलिस चौकी पर हमला-
बासित सोपोर में पुलिस पोस्ट पर आतंकी हमला करने में शामिल था, जिसमें एक सिपाही की मौत हो गई थी और अन्य घायल हो गए थे.
बासित पहले प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हिजबुल- मुजाहिदीन से जुड़ा था और बाद में वह पाकिस्तान चला गया था
बासित अहमद रेशी वर्तमान में द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) की आतंकी गतिविधियों में शामिल है और सीमा पार से टीआरएफ के लिए हथियारों/ गोला- बारूद के साथ- साथ फंड का प्रबंधन और आपूर्ति करता है।
रेशी की 9.25 मरला कृषि भूमि को यूएपीए के प्रावधानों के तहत कुर्क किया गया है.
अब तक, एनआईए ने 5 नामित आतंकवादियों की संपत्ति कुर्क की है, जिनमें अमेरिका स्थित गुरपतवंत सिंह पन्नू, कनाडा स्थित हरदीप सिंह निज्जर, और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी- मुश्ताक जरगर उर्फ लटरम, बासित अहमद और केसीएफ (पंजवार) परमजीत सिंह उर्फ पंजवार शामिल हैं.
इसके अलावा, एनआईए ने हाल ही में, यूएपीए के तहत, श्रीनगर में हुर्रियत कार्यालय को कुर्क किया था, जिसका आंशिक रूप से नईम खान का स्वामित्व था, जिसे हुर्रियत टेरर फंडिंग मामले में एनआईए द्वारा चार्जशीट किया गया था.
नक्सली उग्रवाद को झटका-
एनआईए ने बीस करोड़ रुपए जब्त किए
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक अन्य मामले में नक्सली उग्रवाद को जबरदस्त झटका देते हुए बीस करोड़ रुपए जब्त किए हैं.
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि यह रकम संतोष कंस्ट्रक्शन कंपनी और उसके अनेक साझीदारों के बैंक खातों में थी.
गैर कानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम (यूएपीए) के तहत जब्त किए गए कुल बीस करोड़ पैंसठ लाख बीस हज़ार रुपए 152 बैंक खातों में थे.
पुलिसकर्मियों की हत्या-
झारखंड के लातेहार जिले में 23 नवंबर 2019 को पुलिस की गाड़ी पर रवींद्र गंझू के नेतृत्व में नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया था. नक्सली चार पुलिसकर्मियों की हत्या कर उनके हथियार लूट लिए गए.
एनआईए ने तफ्तीश में पाया कि संतोष कंस्ट्रक्शन कंपनी के एक पार्टनर मृत्युंजय कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह का सीपीआई माओवादी कैडर के प्रमुख लोगों के साथ गठजोड़ है.
मृत्युंजय कुमार सीपीआई माओवादी के क्षेत्रीय समिति के सदस्य रवींद्र गंझू को माओवादी गतिविधियों के लिए लगातार धन देता था. हमले से एक दिन पहले भी मृत्युंजय कुमार सिंह ने दो लाख रुपए रवींद्र गंझू को दिए थे.
मृत्युंजय को एनआईए ने फरवरी 2021 में गिरफ्तार किया था.
एनआईए ने उपरोक्त बैंक खातों को साल 2021 में फ्रीज करवा दिया था.
अदालत ने खातों से रोक हटवाने की कंपनी की याचिका खारिज कर दी .
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