सीमावर्ती गांवों के सर्वांगीण विकास की दिशा में बड़ा कदम: अमित शाह ने वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम-2 को बताया गेम-चेंजर, मोदी सरकार के फैसले का किया स्वागत

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,5 अप्रैल।
देश के सीमावर्ती इलाकों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में मोदी सरकार ने एक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा ₹6,839 करोड़ की लागत से ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम-2’ को मंजूरी देने के फैसले का केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने स्वागत किया है।

श्री शाह ने इस ऐतिहासिक पहल के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना सीमावर्ती गांवों को आत्मनिर्भरता, उच्च जीवन स्तर और सुदृढ़ सुरक्षा से युक्त विकास के मॉडल में बदलने का माध्यम बनेगी।

अपने आधिकारिक X (पूर्ववर्ती ट्विटर) पोस्ट में श्री अमित शाह ने कहा कि,

“वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम हमारे सीमावर्ती गांवों को विकास और प्रगति के मुख्य केंद्र के रूप में बदलने का एक गेम-चेंजिंग माध्यम रहा है।”

उन्होंने आगे कहा कि आज केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम-2 इन प्रयासों को और सशक्त बनाएगा।

इस कार्यक्रम के तहत अंतरराष्ट्रीय भूमि सीमाओं के पास बसे गांवों को स्थायी आजीविका, बेहतर जीवन स्तर, और आधुनिक बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। साथ ही, इन इलाकों में सुरक्षा ढांचे को भी और मज़बूत किया जाएगा, जिससे सीमावर्ती क्षेत्र न केवल विकसित हों, बल्कि रणनीतिक रूप से भी सशक्त बनें।

वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के पहले चरण ने न केवल सीमावर्ती गांवों में बुनियादी ढांचे को मज़बूत किया, बल्कि वहां के लोगों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन लाया। अब दूसरे चरण में सरकार का उद्देश्य इन पहलों को और व्यापक बनाना है, जिससे सीमाई इलाकों में जनसंख्या का स्थायित्व, रोजगार के अवसर और सुरक्षा का दायरा बढ़ाया जा सके।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति अब देश की सीमाओं तक गूंज रही है। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम-2 न केवल सीमावर्ती गांवों को विकसित करेगा, बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माण के भागीदार भी बनाएगा।

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