लखनऊ के हजरतगंज होटल लवाना में लगी भीषण आग, अब तक चार की मौत, परिसर का होगा फॉरेंसिक ऑडिट

समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 5सितंबर। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज सुबह तड़के हजरतगंज के होटल लवाना में आग लग गई। बता दें कि उस वक्त होटल में काफी गेस्ट लोग मौजूद थे। उन सभी को बचाने की कोशशि लगातार जारी है। दमकल की गाड़ियां और प्रशासन मौके पर पहुंच चुकी है। पुलिस लोगों की राहत बचाव का कार्य तेजी से कर रही है।

हादसे में अब तक 4 लोगों की मौत की बात सामने आई है. इसकी जानकारी सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरपी सिंह ने दी है. जानकारी के मुताबिक अभी तक सात लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. मामले की सूचना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना. डीजी फायर के अनुसार, आग पर काबू पा लिया गया है. राहत बचाव कार्य चल रहा है. उन्होंने बताया कि होटल में मौजूद सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया है. वहीं, लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि होटल से अधिकतर लोगो को सुरक्षित निकाल लिया गया है, रेस्क्यू अभी जारी है.

वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लेवाना होटल में लगी आग का संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री योगी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर तत्काल पहुंचने और राहत -बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. दमकल विभाग के कर्मचारी होटल में फंसे लोगों को खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया.

बता दें कि आग लगने की वजह से होटल के अंदर इतना ज्यादा धुंआ भर चुका है कि लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए होटल की खिड़की तोड़कर पड़नी.

रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि लखनऊ के एक होटल में आग लगने की दुखद घटना की मुझे जानकारी प्राप्त हुई. स्थानीय प्रशासन से मैंने स्थिति की जानकारी ली है. राहत और बचाव कार्य जारी है.मेरा कार्यालय लगातार स्थानीय प्रशासन के सम्पर्क में है. मैं घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से कामना करता हूं.

प्राप्त जानकारी के अनुसार होटल लवाना को कुछ दिनों पहले ही लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से नोटिस आया था लेकिन होटल नेताओं की पैरवी से मौज कर रहा था. नेताओं के दखल के बाद प्राधिकरण की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की.

इस घटना ने प्राधिकरण की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. पिछले दिनों जब लखनऊ में इसी तरह की घटना हुई थी तो कार्रवाई और एक्शन की बात कही गई थी लेकिन अब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई. यह घटना 19 जून 2018 में नाका के एक होटल में हुई थी. जहां 5 लोगों की जलकर मौत हो गई थी और 16 एलडीए इंजीनियर दोषी पाए गए थे लेकिन दोषियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में आज जब फिर हादसा हुआ तो पुराने सवालों ने फिर सिर उठा लिया है.

होटल के मालिक ने बताया कि होटल में 30 कमरे हैं, जिनमें से 18 कमरे बुक थे. जहां 35-40 लोग थे, जिनमें से कुछ लोग सुबह होटल से चले गए थे.

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