समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली/जयपुर, 5 अप्रैल। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का ढ़ांचा सूदृढ बनाने की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से लोगों को 10 लाख रूपए तक निःशुल्क इलाज उपलब्ध करवाकर प्रदेश के हर परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। योजना में शामिल परिवारों को 5 लाख रूपए तक का दुर्घटना बीमा भी दिया जा रहा है। प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में 1 अप्रेल से ओपीडी एवं आईपीडी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। केन्द्र सरकार भी इस दिशा में विचार कर देश के सभी सरकारी चिकित्सालयों में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह निशुल्क उपलब्ध कराए ताकि लोगों को सामाजिक सुरक्षा मिल सके। श्री गहलोत मंगलवार को सवाई मानसिंह अस्पताल परिसर में 588 करोड़ की लागत से बनने वाले आईपीडी टॉवर एवं हृदय रोग संस्थान के शिलान्यास के बाद आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक मेडिकल सुविधाओं से युक्त इस आईपीडी टॉवर के शिलान्यास के साथ ही चिकित्सा के क्षेत्र में राजस्थान में आज नई शुरूआत हुई है। राज्य सरकार का मकसद है कि प्रदेश के हर गांव-ढ़ाणी तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही राइट टू हैल्थ कानून लाकर सभी को स्वास्थ्य का अधिकार प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्कूली बच्चों को प्राथमिक स्तर से ही स्वास्थ्य संबंधी शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास कर रही है। इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है।
नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री श्री शांति धारीवाल ने कहा कि आईपीडी टॉवर के शिलान्यास के साथ आज एक नए युग की शुरूआत हुई है। प्रदेश में विश्व स्तरीय मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार होने से मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और राजस्थान स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनेगा। 116 मीटर ऊंचे इस टॉवर पर हैलीपेड भी होगा। टॉवर बनने से एक साथ 1200 बैड की सुविधा बढ़ेगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि देश में अपनी तरह का यह पहला टॉवर है जहां अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि एसएमएस अस्पताल में आउटडोर मरीजों की संख्या प्रतिदिन करीब 15 हजार है। ऎसे में यह टॉवर बनने बाद इलाज के लिए एसएमएस आने वाले मरीजों को राहत मिलेगी और उन्हें समस्त सुविधाएं एक बिल्डिंग में उपलब्ध होंगी।
मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरोगी राजस्थान, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा एवं जांच योजना, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से समाज के सभी वगोर्ं को लाभान्वित किया जा रहा है। राज्य में सरकारी मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के काम को भी गति दी जा रही है।
कार्यक्रम में देश के जाने-माने विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. देवी प्रसाद शेट्टी, डॉ. नरेश त्रेहन, डॉ. वीके पॉल, डॉ. रणदीप गुलेरिया, डॉ एस के सरीन आदि शामिल हुए और उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किए गए नवाचारों एवं कार्यक्रमों के बारे में खुलकर प्रशंसा की।
राजस्थान की यह पहल अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय
नारायणा हैल्थ के चैयरमेन डॉ. देवी प्रसाद शेट्टी ने कहा कि अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में राजस्थान की यह नई पहल देश के अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि हैल्थकेयर में नसिर्ंंग कर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका है और विकसित देशों में उनकी बड़ी मांग रहती है। इसे देखते हुए हमें कुशल चिकित्सकों के साथ-साथ अधिक से अधिक प्रशिक्षित नर्सिंग कर्मियों को भी तैयार करना होगा।
मेदान्ता हार्ट इंस्टीट्यूट के सीएमडी डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा कि एसएमएस अस्पताल में प्रतिमाह करीब 700 एंजियोप्लास्टी होना दर्शाता है कि यह अस्पताल कितनी बड़ी संख्या में हदय रोगियों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा कर रहा है। हदय रोग संस्थान के बनने के बाद देश के अन्य राज्यों से भी लोग यहां हार्ट सर्जरी कराने आएंगे।
विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की परिकल्पना से मिलेगा लाभ
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि आज का दिन देश और राजस्थान की स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने आईपीडी टॉवर के माध्यम से प्रदेशवासियों को वल्र्ड क्लास हैल्थ केयर सुविधाएं प्रदान करने की जो परिकल्पना की है वह अद्भुत है। इससे एसएमएस अस्पताल की नई एवं अत्याधुनिक छवि दुनिया को दिखाई देगी और यह हॉस्पीटल मेडिकल सेक्टर में नवाचारों, टेली मेडिसिन, अनुसंधान, नर्सिंग एजुकेशन की कर्मभूमि के रूप में विकसित होगा।
एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हैल्थ सेक्टर में किसी भी राज्य द्वारा की गई यह अभूतपूर्व पहल है। कोरोना महामारी के कारण बीते दो साल पूरी दुनिया के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं। ऎसे में आवश्यक है कि स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश को बढ़ावा मिले और आईपीडी टावर तथा हदय रोग संस्थान का शिलान्यास इसी दिशा में महत्वाकांक्षी प्रयास हैं।
आईएलबीएस, नई दिल्ली के वीसी एवं प्रसिद्ध लिवर रोग विशेषज्ञ डॉ एस के सरीन ने कहा कि हमें समर्पित भाव से कार्य करने वाले चिकित्सक तैयार करने होंगे। उन्होंने चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना के साथ 5 लाख का निशुल्क दुर्घटना बीमा शुरू करने के लिए राज्य सरकार की सराहना की।
कार्यक्रम की शुरूआत में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए एसएमएस मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में बताया।
इससे पहले मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने विधिवत मंत्रोच्चार के बीच आईपीडी टॉवर एवं हृदय रोग संस्थान का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने शिला पट्टिका का अनावरण भी किया।
मुख्यमंत्री ने किया प्रदर्शनी का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाई गई दो दिवसीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दो दिवसीय प्रदर्शनी में लगाई गई 60 स्टॉल्स के माध्यम से सवाई मानसिंह अस्पताल द्वारा किए गए नवाचारों, राज्य सरकार की निरोगी राजस्थान, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा एवं जांच योजना के अलावा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में जनता क्लीनिक, हैल्थ वैलनेस सेंटर एवं टेलीमेडिसिन आदि की जानकारी आमजन को दी जा रही है।
श्री गहलोत ने निरोगी राजस्थान मेडिफेस्ट-2022 का उद्घाटन भी किया। दो दिवसीय मेडिफेस्ट के दौरान 18 इंटरेक्टिव सेशन होंगे। जिनमें विशेषज्ञ चिकित्सक संवाद करेंगे।
चिरंजीवी ममता एक्सप्रेस एम्बुलेंस का लोकार्पण किया
मुख्यमंत्री ने 7 चिरंजीवी ममता एक्सप्रेस एम्बुलेंस का लोकार्पण किया एवं हृदय संबंधी रोगों के इलाज के लिए बच्चों को लेकर श्री सत्य सांई हार्ट हॉस्पिटल अहमदाबाद जाने वाली बस को भी हरी झंडी दिखाई।
इस अवसर पर जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी, आपदा प्रबंधन मंत्री श्री गोविन्द राम मेघवाल, ऊर्जा राज्यमंत्री श्री भंवर सिंह भाटी, गृह राज्यमंत्री श्री राजेन्द्र सिंह यादव, सैनिक कल्याण राज्यमंत्री श्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा, जनजाति क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री श्री अर्जुन सिंह बामनिया, प्रमुख शासन सचिव यूडीएच श्री कुंजीलाल मीणा, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री वैभव गालरिया, शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री आशुतोष एटी पेडनेकर, स्वायत्त शासन सचिव श्री जोगाराम सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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