समग्र समाचार सेवा,
गुलमर्ग:, 30 मई: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि इस साल की अमरनाथ यात्रा विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण होगी, लेकिन राज्य सरकार इसके लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, “22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद परिस्थितियां कठिन हैं, लेकिन हमारी कोशिश रहेगी कि तीर्थयात्रा बिना किसी बाधा के पूरी हो।”
उमर अब्दुल्ला ने भरोसा दिलाया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने एक उर्दू शेर के माध्यम से यह संदेश दिया कि हालात चाहे जैसे भी हों, उम्मीद नहीं छोड़ी जानी चाहिए:
“दिल ना-उम्मीद तो नहीं, नाकाम ही तो है; लंबी है ग़म की शाम, मगर शाम ही तो है।”
In Pahalgam to chair a cabinet meeting. We came to express solidarity with the local population. We’ve also come to thank all the tourists who are slowly making their way back to Kashmir & to Pahalgam. pic.twitter.com/VhKVyWV4Kd
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 27, 2025
गुलमर्ग में प्रशासनिक समीक्षा बैठक
गुलमर्ग में आयोजित इस बैठक में मुख्यमंत्री ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की, जिनमें शामिल थे:
- कैपेक्स खर्च और आपातकालीन तैयारियां
- एडवेंचर और धार्मिक पर्यटन
- मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी
- स्वास्थ्य सेवाएं
- ग्रामीण विकास
- आगामी धार्मिक आयोजन – खीर भवानी मेला, ईद, मुहर्रम और अमरनाथ यात्रा
उन्होंने अमरनाथ यात्रा को “राज्य की धार्मिक और आर्थिक जीवनरेखा” बताते हुए सुरक्षा, स्वास्थ्य और यातायात प्रबंधन में कोई कमी न होने देने के निर्देश दिए।
“कश्मीर को बनाएं सेफ जोन” – प्रधानमंत्री से अपील
सीएम उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की गई अपनी अपील का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कश्मीर को केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों की बैठकों और सम्मेलनों के लिए एक सुरक्षित स्थान के रूप में चुना जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि “पहलगाम हमले के बाद कई अहम बैठकें रद्द कर दी गईं, लेकिन अब समय है कि हम फिर से आगे बढ़ें।”
स्थानीय लोगों और पर्यटकों से मुलाकात
मुख्यमंत्री ने गुलमर्ग में व्यापार संगठनों और टूरिस्टों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि “ऐसी पहल लोगों के मन से डर को दूर करती है और टूरिज्म को बढ़ावा देती है।”
सख्त निर्देश: कोई चूक न हो
अमरनाथ यात्रा की तैयारी को लेकर सीएम ने साफ निर्देश दिए कि सुरक्षा, स्वास्थ्य, और यातायात प्रबंधन में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह सुनिश्चित करें कि यात्रा के दौरान हर यात्री को सुरक्षा और सुविधा महसूस हो।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.