एअर इंडिया हादसे के बाद यात्रियों में डर, अब विमान का प्रकार देखकर हो रही टिकट बुकिंग

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19 जून: अहमदाबाद में हाल ही में हुए एअर इंडिया के दर्दनाक हादसे ने देशभर के हवाई यात्रियों के मन में गहरी दहशत बैठा दी है। इस दुर्घटना में 242 में से 241 लोगों की मौत ने ना सिर्फ विमानन सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यात्रियों की प्राथमिकताओं को भी पूरी तरह बदल दिया है। अब लोग टिकट बुक करने से पहले विमान के मॉडल की जांच करने लगे हैं, जो पहले शायद ही कभी होता था।

सर्वे में सामने आई यात्रियों की बदलती मानसिकता

लोकल सर्कल्स द्वारा कराए गए एक हालिया सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है कि देश के 294 जिलों से प्राप्त 40 हजार से अधिक प्रतिक्रियाओं में से 41 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे अब एअरलाइंस द्वारा उपयोग किए जा रहे विमान के प्रकार की जांच करने के बाद ही टिकट बुक करते हैं।

2022 में यह आंकड़ा केवल 10 प्रतिशत था, लेकिन अहमदाबाद हादसे के बाद इसमें चार गुना वृद्धि देखने को मिली है। यह बदलाव दिखाता है कि यात्री अब केवल किराए और समय नहीं, बल्कि विमान के तकनीकी और सुरक्षा पक्षों पर भी ध्यान देने लगे हैं।

बोइंग 787-8 पर उठ रहे सवाल

हादसे के बाद खासकर एअर इंडिया द्वारा उपयोग किए जा रहे बोइंग 787-8 मॉडल को लेकर चिंता बढ़ गई है। सर्वेक्षण के अनुसार, 56 प्रतिशत यात्रियों का मानना है कि सरकार को इस मॉडल के संचालन पर तब तक रोक लगा देनी चाहिए जब तक सभी जांचें पूरी न हो जाएं और तकनीकी खामियों का समाधान न मिल जाए। वहीं 34 प्रतिशत लोगों की राय है कि जब तक कोई स्पष्ट तकनीकी दोष सामने नहीं आता, उड़ानों को जारी रखा जा सकता है।

बुकिंग से पहले बदली प्राथमिकताएं

इस सर्वेक्षण से यह भी पता चला है कि अब टिकट बुक करते समय यात्रियों की प्राथमिकताएं पूरी तरह बदल गई हैं। 73 प्रतिशत लोग अभी भी किराए को मुख्य मानदंड मानते हैं, लेकिन अब 64 प्रतिशत लोग एअरलाइंस की विश्वसनीयता को भी जांचते हैं। 59 प्रतिशत यात्री उड़ान के समय को महत्व देते हैं, जबकि 5 प्रतिशत लोगों ने इस संबंध में स्पष्ट राय नहीं दी।

भरोसा फिर कैसे लौटेगा?

विशेषज्ञों की मानें तो यात्रियों के मन से भय को हटाने के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को एअर इंडिया के बेड़े में मौजूद सभी 33 बोइंग 787-8 विमानों की गहन जांच करनी होगी। साथ ही पिछले एक वर्ष में कंपनी द्वारा अपनाए गए रखरखाव के तरीकों की निष्पक्ष समीक्षा भी जरूरी है।

इन उपायों के माध्यम से ही यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि विमान उड़ान भरने के लिए सुरक्षित हैं और यात्रियों का भरोसा फिर से कायम हो सकेगा।

 

Comments are closed.