महाकुंभ में स्नान के बाद वैज्ञानिक दृष्टिकोण से संगम जल की पवित्रता पर दिया बयान

समग्र समाचार सेवा
प्रयागराज,25 फरवरी।
इंडियन इकोनॉमिक एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मणिपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. आद्या प्रसाद पाण्डेय ने अपनी पत्नी भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व विधान परिषद सदस्य डॉ. वीणा पाण्डेय के साथ महाकुंभ में संगम स्नान किया। स्नान के पश्चात उन्होंने कहा कि संगम का जल न केवल स्नान बल्कि आचमन के लिए भी अत्यंत शुद्ध और पवित्र है।

प्रो. पाण्डेय ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह बताया कि संगम के जल में ऑक्सीजन एवं सकारात्मक जीवाष्मों की पर्याप्त मात्रा मौजूद है, जो इसकी पवित्रता को बनाए रखती है। उन्होंने कहा कि गंगा जल की स्वच्छता और पवित्रता को लेकर जो भी दुष्प्रचार किया जा रहा है, वह पूरी तरह असत्य एवं भ्रामक है और इस पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए।

महाकुंभ का प्रभाव: आर्थिक और सांस्कृतिक दोनों स्तर पर महत्वपूर्ण

महाकुंभ के प्रबंधन की तारीफ करते हुए प्रो. पाण्डेय ने कहा कि इस बार का आयोजन सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक वरदान है। इस मेगा इवेंट से

  • बड़ी मात्रा में राजस्व (Revenue) प्राप्त हो रहा है।
  • पर्यटन और व्यापार के विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि हुई है।
  • स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं।

प्रो. पाण्डेय ने कहा कि महाकुंभ का सकारात्मक प्रभाव उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर लंबे समय तक रहेगा।

निष्कर्ष

प्रो. आद्या प्रसाद पाण्डेय का यह बयान न केवल संगम जल की पवित्रता को प्रमाणित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि महाकुंभ आर्थिक, सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से भारत के लिए कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस आयोजन के सफल प्रबंधन के लिए सरकार को बधाई दी और यह संदेश दिया कि गंगा जल की शुद्धता और भारतीय परंपराओं को लेकर दुष्प्रचार से बचना चाहिए।

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