समग्र समाचार सेवा
कोलकाता , 17फरवरी। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं ने टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उनके गुर्गों पर यौन शोषण और अन्य ज्यादतियों का आरोप लगाया गया है. इस आरोप के बाद भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में ममता के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार पर हमला किया. शाहनवाज ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ‘जंगल-राज’ है. पश्चिम बंगाल में कोई सरकार नहीं है. ममता बनर्जी जो भी कहती हैं वह सही है. भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है. हम इसके खिलाफ अदालत जाएंगे. लोकसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी. वहां ‘जंगल राज’ है.
इससे पहले, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा गठित छह सदस्यीय भाजपा प्रतिनिधिमंडल को राज्य पुलिस ने संदेशखाली जाने से रोक दिया था. इसके बाद से बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की सीएम के खिलाफ चौतरफा हमला बोला है.
पार्टी नेता अमित मालवीय ने कहा कि मुख्यमंत्री को पुलिस को टीएमसी नेता शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने की अनुमति देनी चाहिए जो कथित तौर पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के पीछे हैं.
“टीएमसी नेता शाहजहां शेख द्वारा किए गए यौन शोषण के खिलाफ महिलाओं ने सामने आकर बयान दिया था. सीएम ममता बनर्जी ने विधानसभा में इसका बचाव किया था.
डब्ल्यूबी पुलिस को शाहजहां को गिरफ्तार करने की अनुमति दे
अमित मालवीय ने एक में एक्स पर पश्चिम बंगाल में जंगल-राज से जुड़ा वीडियो भी पोस्ट किया. जिसमें कहा गया है कि एक महिला सीएम अपने नेताओं को बलात्कार करने के लिए अनुमति दे रही है. क्या यह इससे भी बदतर हो सकता है? अगर उनमें थोड़ी भी शर्म है, तो उन्हें डब्ल्यूबी पुलिस को शाहजहाँ को तुरंत गिरफ्तार करने की अनुमति देनी चाहिए. वह वैसे भी लंबे समय तक कानून से बच नहीं पाएंगे. अगर आप किसी का बचाव करते हैं तो आप भी उतने ही अपराधी हैं.
मायावती का आग्रह- ‘दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई’
इस बीच, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को ममता बनर्जी सरकार से ‘दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई’ करने का आग्रह किया.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया चिंता का विषय
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया, “महिलाओं के उत्पीड़न आदि की हालिया घटना के कारण पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में चल रहा तनाव और हिंसा बहुत चिंता का विषय है.” उन्होंने कहा, “राज्य सरकार को इस मामले में निष्पक्ष होना चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.”
क्या बोलीं सीएम ममता बनर्जी
संदेशखाली की घटनाओं पर विपक्ष के गुस्से का सामना करते हुए, सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार को स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने कभी भी ‘अन्याय’ को नजरअंदाज नहीं किया है. हिंसा में बीजेपी-आरएसएस का हाथ होने का दावा करते हुए ममता ने कहा कि भविष्य की कार्रवाई पर निर्णय लेने से पहले उन्हें “घटनाओं की पूरी जानकारी हासिल करने की जरूरत है”.
आरएसएस पर इलाके में हिंसा भड़काने का आरोप
आरएसएस पर इलाके में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए सीएम ने कहा, ‘इस इलाके में आरएसएस का आधार है. यहां 7-8 साल पहले दंगे हुए थे. यह इलाका दंगों के लिहाज से संवेदनशील है. हम पूजा सरस्वती के दौरान कानून-व्यवस्था लागू करने में कामयाब रहे. उन्होंने (बीजेपी-आरएसएस) परेशानी पैदा करने की योजना बनाई थी.
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