कृषि मंत्री तोमर ने इजरायली संस्थान में विशेषज्ञों के साथ कृषि मुद्दों पर चर्चा की

समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 12 मई। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि अनुसंधान संगठन (एआरओ), इज़राइल में वोल्कानी संस्थान के विशेषज्ञों के साथ बातचीत की और भारतीय संदर्भ में कृषि में तकनीकी प्रगति से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। एक सरकारी बयान के अनुसार, मंत्री के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को कृषि अनुसंधान संगठन (एआरओ), इजरायल के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय के वोल्कानी संस्थान का दौरा किया।

बागवानी के उत्कृष्टता केंद्रों का बेहतर संचालनः तोमर

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और इजराइल के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री ओडेड फोरर के बीच गोलमेज बैठक का आयोजन संसद भवन, यरुशलम में किया गया। इस दौरान दोनों देशों में कृषि विकास की क्षमता के मद्देनजर कृषि, जल प्रबंधन, पर्यावरण व ग्रामीण विकास के क्षेत्र में आधुनिक कृषि तकनीकों, क्षमता निर्माण, ज्ञान हस्तांतरण व समर्थन के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान तोमर ने उम्मीद जताई कि इजराइल के सहयोग से भारत में उत्कृष्टता केंद्रों का बेहतर संचालन हो रहा है, जो आगे सभी राज्यों में स्थापित किए जा सकेंगे।

प्रत्येक राज्य में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे

बातचीत के दौरान, माशाव के कृषि सहयोग कार्यक्रमों और भारत में अन्य हितधारकों के पेशेवर प्रशिक्षण गतिविधियों की सराहना की गई। केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि भारत सरकार को क्षमता निर्माण और ज्ञान के हस्तांतरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में माशाव की गतिविधियों को अपनाने की संभावनाओं का पता लगाना है, जिसके लिए प्रत्येक राज्य में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे।

मैंने कृषि में इजराइल की मजबूती और नवाचार को देखा

तोमर ने कहा कि पिछले दो दिनों में, मैंने प्रतिनिधिमंडल सहित, कृषि में इजराइल की मजबूती और नवाचार को देखा है। उन्होंने, इजराइल के रेगिस्तानी क्षेत्रों को वेजिटेबल बास्केट में बदलने के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भारत सरकार, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रौद्योगिकी, मशीनीकरण, स्मार्ट व टिकाऊ पद्धतियों और कृषि व्यवसाय मॉडल के साथ किसानों को सशक्त बनाकर कृषि क्षेत्र में तेजी से परिवर्तन ला रही है।

इन विषयों पर विस्तार से की गई चर्चा

बुधवार को जारी बयान में कहा गया है कि विचार-विमर्श के मुद्दों में संरक्षित वातावरण में फसल की खेती, मीठे पानी में मछली पालन, उन्नत पौध संरक्षण तकनीक, सटीक कृषि, सुदूर संवेदी और कटाई बाद के विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे विषय शामिल हैं। एआरओ, वोल्कानी संस्थान अपने छह संस्थानों के साथ इजरायल के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत काम कर रहे हैं, जो पादप विज्ञान, पशु विज्ञान, पादप संरक्षण, मिट्टी, जल और पर्यावरण विज्ञान, कृषि इंजीनियरिंग और फसल कटाई बाद के प्रबंधन और खाद्य विज्ञान में शैक्षणिक और बुनियादी अनुसंधान के लिए जिम्मेदार हैं।

तोमर ने रेगिस्तानी बुटीक फार्म, बीअर मिल्का का दौरा किया

एआरओ बेहतर कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने में शामिल विभिन्न अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय संस्थानों व विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के साथ घनिष्ठ संबंध रखता है। साथ ही, तोमर ने प्रतिनिधिमंडल के साथ तेल अवीव से दूर रेगिस्तानी बुटीक फार्म, बीअर मिल्का का दौरा किया, जिसका स्वामित्व नेगेव रेगिस्तानी क्षेत्र के भारतीय मूल के किसान शेरोन चेरी के पास है।

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