अहमदाबाद विमान हादसा: मलबे से मिला एक और शव, एयर होस्टेस होने की आशंका

समग्र समाचार सेवा
अहमदाबाद, 14 जून: अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भीषण विमान हादसे के बाद मृतकों की तलाश और पहचान का सिलसिला अब भी जारी है। शनिवार को हादसे वाली जगह से एक और शव बरामद हुआ है, जिससे मृतकों की कुल संख्या अब 271 हो चुकी है।

बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से मलबा हटाते समय मिला शव

शनिवार को जब बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल परिसर से मलबा हटाया जा रहा था, तभी विमान की टेल (पूंछ) में फंसा एक शव पाया गया। शव को सावधानी से नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया।

प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, यह शव एयर होस्टेस का हो सकता है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि DNA जांच के बाद ही की जा सकेगी।

DNA सैंपलिंग और पोस्टमॉर्टम का काम जारी

सिविल अस्पताल, अहमदाबाद में अब तक 270 से अधिक शवों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है। साथ ही, 230 मृतकों के DNA सैंपल लिए जा चुके हैं। शनिवार तक केवल 8 शवों की पहचान हो पाई है, जिन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है।

अस्पताल परिसर के बाहर भारी संख्या में परिजन मौजूद हैं, जो अपनों की पहचान और अंतिम संस्कार के इंतजार में हैं। अस्पताल प्रशासन ने पोस्टमॉर्टम यूनिट के आसपास बाहरी लोगों की एंट्री प्रतिबंधित कर दी है। सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं ताकि प्रक्रिया व्यवस्थित और सम्मानजनक ढंग से हो सके।

ब्लैक बॉक्स मिला, हादसे की जांच में मिलेगी मदद

हादसे की जांच एजेंसियों को विमान का ब्लैक बॉक्स मिल चुका है, जो इस दुर्घटना के कारणों को समझने में केंद्रीय भूमिका निभाएगा। जांच में यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि क्या विमान में तकनीकी खामी पहले से थी और क्या क्रू मेंबर्स या पायलटों ने पिछले उड़ानों में कुछ असामान्य नोट किया था।

पूर्व पायलटों से भी हो रहा संपर्क

जांच एजेंसियां अब उन पायलटों और क्रू सदस्यों से भी संपर्क करने की कोशिश कर रही हैं, जिन्होंने पहले इस बोइंग 787 ड्रीमलाइनर को उड़ाया था। एयर इंडिया प्रबंधन से इन लोगों की पूरी डिटेल्स मांगी गई हैं, ताकि तकनीकी इतिहास और मेंटेनेंस से जुड़ी जानकारियों की जांच की जा सके।

कैसे हुआ हादसा: एक संक्षिप्त पुनरावलोकन

गुरुवार को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो लंदन के लिए रवाना हो रही थी, उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेघानीनगर इलाके में स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में अब तक 271 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।

हर शव की पहचान अब भी एक जटिल प्रक्रिया

इस त्रासदी के बाद सबसे बड़ी चुनौती शवों की पहचान की बन चुकी है। मलबे से बरामद शवों की स्थिति इतनी खराब है कि केवल DNA जांच ही एकमात्र विकल्प रह गया है। देश की निगाहें अब ब्लैक बॉक्स विश्लेषण और जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह पता लगाया जा सके कि इतनी भीषण दुर्घटना आखिर क्यों हुई और इसे भविष्य में कैसे रोका जा सकता है।

 

Comments are closed.